टीम इंस्टेंटख़बर
नई दिल्ली: कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान देश लाखों लोगों की मौत हुई जिसे पूरे देश और दुनिया ने देखा। इन लाखों मौतों में न जाने कितनी मौतें मरीज़ों को ऑक्सीजन न मिल पाने के कारण हुई, ऑक्सीजन की कमी की अनगिनत घटनाओं का खुलासा हुआ जिसे देश कर दुनिया के मीडिया ने दिखाया, इन सबके बावजूद राजयसभा में एक सवाल के जवाब में मोदी सरकार ने कहा कि दूसरी लहर के दौरान देश में ऑक्सीजन की कमी एक भी मौत नहीं हुई.

कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने राज्यसभा में ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौतों को लेकर सवाल किया था. इस पर स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जवाब देते हुए बताया गया कि दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी के कारण किसी की मौत नहीं हुई.

राज्यसभा में सरकार ने बताया कि कोरोना से होने वाली मौतों की जानकारी नियमित आधार पर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय देते हैं. लेकिन किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश ने ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौत को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय को जानकारी नहीं दी है.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने ये भी बताया कि पहली लहर के मुकाबले दूसरी लहर में मेडिकल ऑक्सीजन की डिमांड काफी बढ़ गई थी. पहली लहर में जहां 3,095 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की डिमांड थी, तो वहीं दूसरी लहर में यही डिमांड 9,000 मीट्रिक टन तक पहुंच गई.