भुवनेश्वर: भुवनेश्वर में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा कि 8 नवंबर को की गई नोटंबदी के बाद लोग जो परेशानी झेल रहे हैं, वह केवल तीन से छह महीने तक ही जारी रहेगी, लेकिन लंबे समय में इससे अर्थव्यवस्था को फायदा होगा। जेटली ने ‘मेड इन ओडिशा सम्मेलन’ से इतर कहा, ‘‘नोटबंदी का असर एक से दो तिमाहियों तक रह सकता है, लेकिन इससे अर्थव्यवस्था को दीर्घकालिक लाभ होगा।’’
याद रहे कि नोटबंदी योजना की घोषणा करते समय पीएम मोदी ने देश की जनता से केवल 50 दिन मांगे थे और कहा कि 50 दिन में सारी परेशानी दूर हो जाएगी, नहीं दूर हुई तो मैं कुसूरवार।

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि दो वर्ग अभी तक नहीं बदले एक राजनीति वाले और एक मीडिया वाले। ये पूछते हैं लोग कब तक ई-ट्रांसजेक्शन का इस्तेमाल करना शुरू कर पाएंगे और कितने साल लगेंगे। इस पर मैंने बैंकों से पूछा, तो उन्होंने बताया कि डेबिट और क्रेडिट कार्ड के करीब 80 करोड़ यूजर हैं। इसमें से 45 करोड़ सक्रिय रूप से इसका इस्तेमाल करते हैं।

जेटली ने कहा, नोटबंदी के साथ जीएसटी आने से अर्थव्यवस्था बदलेगी और सामान सस्ते होंगे। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद देश तेजी से बदल रहा है लेकिन कुछ लोगों के लिए कुछ भी नहीं बदला है। उन्होंने कहा कि इससे देश में पेपर करेंसी कम हो जाएगी और ईमानदार होने का फायदा मिलेगा। इतना ही नहीं टैक्स चोरी मुश्किल हो जाएगी।

वित्त मंत्री ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को दो तरीके से चलता है एक एफडीआई और पब्लिक इनवेस्टमेंट से। एफडीआई को लेकर कई दिक्कत थी इसकी परेशानी को हम समझ सकते हैं लेकिन पब्लिक इनवेस्टमेंट की स्थिति भी बहुत खराब थी। क्योंकि यूपीए सरकार के समय में बैंकों की क्षमता इतनी अच्छी नहीं थी। बैंकों ने कई लोगों को लोन दे रखे थे।