लाखों करोड़ों सालों से ये नदियां धरती पर यूं ही बह रही हैं। कभी-कभी वे अपना रास्ता बदल देती हैं। और कभी-कभी आस-पास की धरती को अपने आगोश में समेटने का प्रयास