मोहम्मद आरिफ नगरामी मुसलमान अपने दौरे फतूहात में जहां कहीं भी गये अपने साथ इल्म व तहजीब और तमद्दुन की रोशनी भी ले गये, क्योंकि तारीख के इस राज को वह जान