यह महज इत्तिफाक या संयोग नहीं है कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने 28 दिसंबर को भारत का दूसरा स्वतंत्रता आंदोलन शुरू करने के लिए नागपुर की भूमि को चुना। नागपुर की ही