नई दिल्ली: साल 2011 में नॉटिंघम टेस्ट मैच के दौरान धोनी ने एक ऐसा काम किया था जिसको लेकर आईसीसी ने उन्हें दशक का ‘स्पिरिट ऑफ क्रिकेट’ के अवार्ड से नवाजा था.