Tag Archives: h n dixit

Tweet about this on TwitterShare on LinkedInEmail this to someoneShare on FacebookShare on Whatsapp

रामचरितमानस में आदर्श राज समाज के स्वप्न हैं: हृदयनाथ दीक्षित का ब्लॉग

रामचरितमानस विश्वकाव्य की अमूल्य निधि है। रामचरितमानस में प्रगतिशील काव्य सृजन के भी गुण हैं। भारत में भिन्न भिन्न विषयों पर अनेक ग्रंथ प्राचीनकाल से ही लिखे जा रहे हैं। लेकिन जीवन
Tweet about this on TwitterShare on LinkedInEmail this to someoneShare on FacebookShare on Whatsapp

सूर्य ब्रह्माण्ड की आत्मा है: हृदयनारायण दीक्षित का ब्लॉग

भारतीय चिंतन में सूर्य ब्रह्माण्ड की आत्मा हैं। सूर्य सभी राशियों पर संचरण करते प्रतीत होते हैं। वस्तुतः पृथ्वी ही सूर्य की परिक्रमा करती है। आर्य भट्ट ने आर्यभट्टीयम में लिखा है,
Tweet about this on TwitterShare on LinkedInEmail this to someoneShare on FacebookShare on Whatsapp

“मजहब एक देवदूत या पैगम्बर द्वारा की गई घोषणा है”, हृदयनारायण दीक्षित का ब्लॉग

धर्म व्यवस्था है। मजहब एक देवदूत या पैगम्बर द्वारा की गई घोषणा है। भारतीय धर्म में 6 प्राचीन षट दर्शन व बुद्ध जैन मिलकर आठ दर्शन सम्मिलित हैं। इसलिए हिन्दू धर्म में
Tweet about this on TwitterShare on LinkedInEmail this to someoneShare on FacebookShare on Whatsapp

विवाह रहित कोरा लिव इन अधूरा है: H N Dixit का ब्लॉग

ह्रदय नारायण दीक्षित विवाह और सहजीवन – लिव इन पर चर्चा हो रही है। वह भी विवाह पर कम और सहजीवन पर ज्यादा। वैसे विवाह में सहजीवन होता है। विवाह रहित कोरा
Tweet about this on TwitterShare on LinkedInEmail this to someoneShare on FacebookShare on Whatsapp

ह्रदय नारायण दीक्षित का ब्लॉग

पृथ्वी का अस्तित्व संकट में है। पर्यावरण विश्व बेचैनी है। भारत में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु प्रदूषण चिंताजनक है। प्रातः टहलने वाले लोग प्रदूषित वायु में सांस लेने को बाध्य हैं।
Tweet about this on TwitterShare on LinkedInEmail this to someoneShare on FacebookShare on Whatsapp

प्रकाश को नमस्कार हमारी सांस्कृतिक परंपरा है

हृदयनारायण दीक्षित हम भारतीय सनातनकाल से प्रकाशप्रिय हैं। भारत का भा प्रकाशवाची है और ‘रत‘ का अर्थ संलग्नता है। भारत अर्थात प्रकाशरत राष्ट्रीयता। हम सब के चित्त में प्रकाश की अतृप्त अभिलाषा