उमाकांत श्रीवास्तव बहन जी,अब आप चाहकर भी इस सच को झुठला नहीं सकतीं कि आपने राज्यसभा की एक सीट के बहाने भाजपा से खुलेआम गलबाहियाँ की हैं। आंकड़े इस बात की गवाही