तौक़ीर सिद्दीक़ी एक कहावत है घर में नहीं दाने अम्मा चली भुनाने, यह कहावत कभी समाजवादी पार्टी के सबकुछ समझे जाने वाले और अब वहां से दरबदर किये गए प्रगतिशील समाजवादी पार्टी