नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, बुधवार को पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस 458 नए मामले सामने आए हैं। इस तरह भारत में कोरोना वायरस पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 2517 हो गई है। इसमें 2258 सक्रिय मामले हैं जबकि 189 ठीक हो चुके हैं। अब तक 70 लोगों की इस भयानक वायरस की वजह से जान जा चुकी है।

मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि तबलीगी जमात के कार्यक्रम के कारण मामलों में काफी वृद्धि हुई है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे लॉकडाउन की अवधि के दौरान दिशानिर्देशों का पालन करें और धार्मिक सभाओं सहित विभिन्न आयोजनों से बचें। अधिकारियों ने कोरोना वायरस मामलों की संख्या में उछाल के लिए मुख्य रूप से तबलीगी जमात को जिम्मेदार ठहराया है। मरकज में भाग लेने वाले और संपर्क में आने वाले 9,000 लोगों को क्वारेंटाइन किया गया है। गुजरात, तमिलनाडु और तेलंगाना सहित विभिन्न राज्य सरकारें बाकी की तलाश में जुटी है।

दिल्ली में अधिकारियों ने कहा कि कोरोना वायरस के मामले 293 तक पहुंच गए हैं, जिनमें 53 मामले निज़ामुद्दीन मरकज से जुड़े हैं। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि निजामुद्दीन मरकज के स्थान से 2,361 लोगों को निकाला गया। जिसमें से 617 लोगों में COVID-19 के लक्षण दिखने के बाद अस्पतालों में भर्ती कराया गया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अधिकारी उनके मूवमेंट की जांच करने के लिए लोगों के मोबाइल फोन ट्रैक कर रहे हैं।

तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद खांडलवी का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। देश के कई हिस्सों में पुलिस टीम तलाशी में जुटी हुई है। इस बीच मौलाना साद खांडलवी की तलाश में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने बुधवार को राजधानी दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई स्थानों पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान उनके करीबी सूत्रों ने बताया कि तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना ने खुद को किसी अज्ञात जगह पर आइसोलेट कर लिया है। पुलिस के सूत्रों के अनुसार, क्राइम ब्रांच की टीमों ने स्थानीय पुलिस की मदद से उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर और शामली जिलों में छापेमारी की। साथ ही दिल्ली के जाकिर नगर और निजामुद्दीन में उनके तीन आवासों पर भी छापेमारी की गई है।

केंद्र ने बुधवार को सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को दिल्ली के निज़ामुद्दीन में तबलीगी जमात के मरकज में शामिल हुए लोगो से "युद्धस्तर" पर संपर्क करने के लिए कहा है।

बुधवार को महाराष्ट्र में संख्या बढ़कर 416 हो गई, जिसमें अकेले मुंबई में 30 शामिल हैं। राज्य सरकार के अनुसार, यह संख्या और बढ़ सकती है।

तमिलनाडु में, दिल्ली में तबलीगी जमात के मरकज में शामिल हुए 110 लोगों के संक्रमण की पुष्टि हुई है। राज्य में कुल मामलों की संख्या 309 तक पहुंच गई है। यहा मरकज में शामिल होने वाले कम से कम 515 व्यक्तियों की पहचान की गई है। मुख्यमंत्री के.पलानीस्वामी ने कहा कि इस आयोजन के लिए गए 1,500 लोगों में से 1,131 लोग वापस लौट आए हैं।

तेलंगाना में,57 पॉजिटिव मामलों में से 50 ने मरकज में भाग लिया था। जबकि राज्य के अधिकारियों ने घटना से जुड़े कम से कम 840 लोगों की पहचान की और उन्हें कवारेंनटाइन में रखा है। 160 अन्य लोगों की तलाश जारी है।

कर्नाटक में कम से कम 50 विदेशियों को क्वारेनटाइन में रखा गया है। वे सभी मरकज में भाग लेने गए थे जबकि 12 अन्य लोगों के देश छोड़ने की बात कही गई। राज्य के अधिकारियों ने उन 342 भारतीयों की भी पहचान की है, जिन्होंने इस कार्यक्रम में भाग लिया था, जिनमें से लगभग 200 को क्वारेनटाइन में रखा गया है।

उत्तर प्रदेश सरकार ने भी मरकज में गए 569 लोगों को आइसोलेशन में रखने का आदेश दिया है।

उत्तराखंड सरकार ने भी ऐसे 26 लोगों की पहचान की है, लेकिन उन्होंने कहा कि वे अभी दिल्ली से लौटने वाले थे।

राजस्थान में, सरकारी अधिकारियों ने कहा कि 538 लोग कार्यक्रम में भाग लेने के बाद राज्य के विभिन्न हिस्सों में जा सकते हैं।

कम से कम 81 तबलीगी जमात के लोगों के लौटने की आशंका बिहार में है, जिनमें से 30 की पहचान की जा चुकी है।

जबकि असम में घातक वायरस संक्रमण के चार नए पुष्ट मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से सभी तबलीगी जमात से जुड़े हुए हैं।