लखनऊ: मुख्मंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने दिल्ली प्रवास के दौरान आज राष्ट्रीय समर स्मारक (नेशनल वॉर मेमोरियल) पहुंचकर शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

मेमोरियल की विजिटर्स बुक पर अपने उद्गार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रभक्ति एवं राष्ट्र गौरव का प्रतीक राष्ट्रीय समर स्मारक भारत के वीर सैनिकों को गौरव गाथा का जीवंत चित्रण है। इसके प्रेरक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने देश की वर्तमान एवं भावी पीढ़ी के लिए एक प्रेरणादायी स्थल प्रदान किया है। प्रत्येक भारतीय को अपने सैनिकों के शौर्य पराक्रम पर गौरव की अनुभूति होती है।

इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि इस स्थल का निर्माण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में हुआ है। ये राष्ट्रीय पुलिस स्मारक वीर सैनिकों की 1947 से लेकर अब तक की शौर्य गाथा को दर्शाता है। ये स्थल तीनों सेनाओं के शौर्य और पराक्रम का अद्भुत मेल है। इस स्थल से वर्तमान और भविष्य में लोगों को प्रेरणा मिलती रहेगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली आने पर मुझे पहली बार इस स्थल पर आने का अवसर प्राप्त हुआ है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आंतरिक सुरक्षा और कानून व्यवस्था को बनाये रखने में हमारे पुलिस बल की बड़ी भूमिका है। इसमें हमारी पैरा मिलेट्री भी और सिविल पुलिस भी है। हमारे इन वीर जवानों के शौर्य, पराक्रम और बलिदान के कारण ही हम देश की बाहरी सुरक्षा और आंतरिक सुरक्षा को भी और देश के अंदर कानून का राज स्थापित कर पाने में सफल हो पाते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दोनों स्थलों में वीर जवानों को नमन और श्रदांजलि देने का मुझे अवसर प्राप्त हुआ है। ये प्रेरणा स्थलियां हैं इससे वर्तमान और भावी पीढ़ी प्रेरणा प्राप्त करेगी। उन्होंने प्रेरणादायी स्थल पर वीर जवानों की स्मृति बनाए जाने को लेकर प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया।

सीएम ने नेशनल पुलिस म्यूजियम का भी भ्रमण किया। उन्होंने एनडीएमसी नर्सरी चाणक्यपुरी में जाकर आंवले का पौधा रोपा।

समर स्मारक में भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री ने बारी-बारी से प्रत्येक शहीद जवान के स्टैच्यू पर जाकर उनके शौर्य और पराक्रम के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस दौरान उन्होंने स्मारक परिसर में घूमने आये नन्हें पयर्टकों के साथ फोटो भी खिंचवाई।