केरल में 26 साल के इंजीनियर आनंदु अजी के आत्महत्या ने देश को झकझोर दिया है। आनंदु अजी ने सुसाइड में खौफनाक घटना की जिक्र किया है। सुसाइड नोट और पुलिस के दावे के मुताबिक, आनंदू कथित तौर पर बचपन में बार-बार हुए यौन शोषण के कारण गंभीर मानसिक तनाव से जूझ रहे थे। उनका आरोप था कि यह शोषण राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सदस्यों ने किया। मरने से पहले आनंदू ने इंस्टाग्राम पर एक आखिरी पोस्ट में की। इस घटना के बाद कांग्रेस ने मोदी सरकार और आरएसएस को घेरा है और कई सवाल पूछे हैं।

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि आनंदु की कहानी एक ‘त्रासदी’ है। आनंदु अजी का एक इंस्टा पोस्ट भी सामने आया, जिसमें उसने अपना दर्द बयां किया है। आनंदु की ये आखिरी पोस्ट उसकी आखिरी चीख है। मेरा मानना है कि आनंदु की आखिरी चीख समाज को सुनाना बहुत जरूरी है। अगर हम ये नहीं करेंगे तो इसे पाप माना जाएगा।

पवन खेड़ा ने कहा कि एक 4 साल के बच्चे के पिता ने भरोसा कर उसे RSS की शाखा में भेजना शुरू किया कि वो कुछ अच्छा सीखेगा। लेकिन RSS की शाखा के अंदर 4 साल के मासूम बच्चे का यौन उत्पीड़न हो रहा है, उसका बलात्कार हो रहा है। इससे ज्यादा दर्दनाक और कुछ नहीं हो सकता। ये सिर्फ आनंदु अजी की बात नहीं है। आनंदु के मुताबिक RSS के ट्रेनिंग कैंप्स में अनेक बच्चों के साथ यौन उत्पीड़न हो रहा है।

पवन खेड़ा ने कहा कि आनंदु अजी ने अपने सुसाइड पोस्ट में जो लिखा, वो खौफनाक है। आनंदु ने अपने पोस्ट में कई बार RSS का नाम लिखा, लेकिन FIR में RSS का नाम तक नहीं है। आखिर ये कैसा आतंक है?

उन्होंने कहा कि आनंदु के साथ बचपन से जो हुआ, उससे वो 22 साल तक लड़ता रहा, लेकिन आखिर में उसने हार मान ली और जान दे दी। वो अपनी पोस्ट में मां-बहन से माफी मांग रहा है और लिखता है कि उसका सबसे प्यारा रिश्ता मां और अपनी बहन के साथ था इस संगठन में भेड़ की खाल पहनकर भेड़िए छिपे बैठे हैं। 100 साल मनाया जा रहा है, सिक्का जारी हो रहा, डाक टिकट जारी हो रहा और अंदर कुछ और ही चल रहा है।

पवन खेड़ा ने कहा कि अगर हम आनंदु अजी और ऐसे लाखों बच्चों को न्याय दिलाना चाहते हैं, तो हमें इस संगठन को एक्सपोज करना होगा। RSS की जांच होनी चाहिए और आरोपियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए, ताकि समाज में इस तरह की संस्था चलाने वालों के लिए उदाहरण बन जाए।

आनंदू ने अपने सुसाइड नोट में लिखा, ‘मैं किसी से नाराज़ नहीं हूं सिवाय एक व्यक्ति और एक संगठन के। यह संगठन आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) है, जिससे मेरे पिता (जो एक बहुत अच्छे इंसान थे) ने मुझे जोड़ा था। यहीं मुझे संगठन और उस व्यक्ति से जीवन भर का सदमा मिला है। जब मैं बच्चा था, तब एक व्यक्ति ने मेरा लगातार यौन शोषण किया। आरएसएस के कई सदस्यों ने भी मेरा यौन शोषण किया। मुझे नहीं पता कि वे कौन थे। लेकिन मैं उस व्यक्ति का पर्दाफाश करूंगा जिसने मेरे साथ तब दुर्व्यवहार किया था जब मैं सिर्फ़ 3-4 साल का था।’