लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शनिवार को दावा किया कि ‘मेक इन इंडिया’ के नाम पर देश में सिर्फ़ असेंबलिंग हो रही है, असली निर्माण नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक भारत उत्पादन में आत्मनिर्भर नहीं हो जाता, रोज़गार, विकास और ‘मेक इन इंडिया’ की बातें सिर्फ़ भाषण ही रहेंगी।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने पिछले हफ़्ते ग्रेटर नोएडा में एक टेलीविज़न निर्माण कारखाने का दौरा किया। उन्होंने इसका एक वीडियो अपने ‘X’ हैंडल और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर शेयर किया। राहुल गांधी ने पोस्ट किया, “क्या आप जानते हैं कि भारत में बनने वाले ज़्यादातर 80 प्रतिशत टीवी चीन से आते हैं? ‘मेक इन इंडिया’ के नाम पर हम सिर्फ़ असेंबलिंग कर रहे हैं – असली निर्माण नहीं। आईफ़ोन से लेकर टीवी तक, पुर्जे विदेश से आते हैं, हम बस उन्हें असेंबल करते हैं।” उन्होंने कहा, “छोटे उद्यमी निर्माण करना चाहते हैं, लेकिन न तो कोई नीति है और न ही कोई समर्थन। उल्टा, भारी करों और चुनिंदा कॉर्पोरेट्स के एकाधिकार ने देश के उद्योग का गला घोंट दिया है।”

राहुल गांधी ने ज़ोर देकर कहा, “जब तक भारत उत्पादन में आत्मनिर्भर नहीं बनता, रोज़गार, विकास और ‘मेक इन इंडिया’ की बातें सिर्फ़ भाषण बनकर रह जाएँगी।” उन्होंने कहा कि ज़मीनी स्तर पर बदलाव ज़रूरी हैं ताकि भारत असेंबली लाइन से आगे बढ़कर एक वास्तविक विनिर्माण शक्ति बन सके और चीन के साथ बराबरी की प्रतिस्पर्धा कर सके।