पटना: लालू यादव का परिवार इन दिनों उथल पुथल के दौर से गुजर रहा है। राजद प्रमुख के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने जब अनुष्का यादव से 12 वर्ष से रिलेशनशिप में रहने का खुलासा किया तो लालू यादव ने उन्हें 25 अप्रैल को पार्टी और परिवार से बेदखल कर दिया। हालांकि तेज प्रताप यादव को राजद से निकाले जाने की अधिकारिक घोषणा 8 दिन बाद रविवार को की गई। राजद के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी की ओर से 25 मई 2025 की तारीख से अंकित पत्र जारी किया गया है, जिसमें तेज प्रताप यादव को राजद से 6 वर्षों से निष्कासित किये जाने का आदेश है। एक लाइन के आदेश में कहा गया है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश के आलोक में तेज प्रताप यादव को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह वर्षों के लिए निष्कासित किया जाता है।

दरअसल, अनुष्का से संबंधों के उजागर होने के बाद लालू यादव ने 25 मई को कहा था कि निजी जीवन में नैतिक मूल्यों की अवहेलना करना हमारे सामाजिक न्याय के लिए सामूहिक संघर्ष को कमजोर करता है। ज्येष्ठ पुत्र की गतिविधि, लोक आचरण तथा गैर जिम्मेदाराना व्यवहार हमारे पारिवारिक मूल्यों और संस्कारों के अनुरूप नहीं है। अतएव उपरोक्त परिस्थितियों के चलते उसे पार्टी और परिवार से दूर करता हूं। अब से पार्टी और परिवार में उसकी किसी भी प्रकार की कोई भूमिका नहीं रहेगी। उसे पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया जाता है। अपने निजी जीवन का भला-बुरा और गुण-दोष देखने में वह स्वयं सक्षम है। उससे जो भी लोग संबंध रखेंगे वो स्वविवेक से निर्णय लें। लोकजीवन में लोकलाज का सदैव हिमायती रहा हूं। परिवार के आज्ञाकारी सदस्यों ने सार्वजनिक जीवन में इसी विचार को अंगीकार कर अनुसरण किया है। धन्यवाद। हालांकि पिता द्वारा की गई इस कार्रवाई के बाद भी तेज प्रताप यादव लगातार अपने परिवार के साथ होने का संदेश दे रहे हैं। उन्होंने रविवार को राजद में मौजूद ‘जयचंद’ को लेकर संदेश दिया। उन्होंने जयचंद द्वारा उनके खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया। ऐसे में बड़ा सवाल है कि तेज प्रताप यादव किसे जयचंद बता रहे हैं?