पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने वर्ल्ड कप के लिए पाकिस्तान टीम के भारत दौरे पर जाने को लेकर अपनी राय रखी है.

निजी टीवी पर बात करते हुए शाहिद अफरीदी ने कहा कि उन्हें समझ नहीं आता कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड इतना अड़ा हुआ क्यों है और ऐसा क्यों कहा जा रहा है कि हम भारत नहीं जाएंगे.

उन्होंने कहा कि पीसीबी को चीजों को स्पष्ट करने और समझने की जरूरत है कि यह एक अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट है जिसे सकारात्मक रूप से लिया जाना चाहिए, जाओ और खेलो।

पूर्व कप्तान ने कहा कि हमें अपने खिलाड़ियों से कहना चाहिए कि पूरा देश तुम्हारे पीछे है, जाओ और ट्रॉफी जीतो.

उन्होंने साथ ही कहा कि वर्ल्ड कप में पाकिस्तान की जीत न सिर्फ बड़ी जीत होगी बल्कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड के मुंह पर तमाचा भी होगी.

वहीँ पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की प्रबंधन समिति के अध्यक्ष नजम सेठी ने कहा है कि भारत जाने का फैसला भारत सरकार और पाकिस्तानी सरकार को लेना है न कि शाहिद आफरीदी को.

मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वर्ल्ड कप के लिए भारत जाने का फैसला जयशाह और मेरा नहीं है, ये फैसले सुरक्षा के आधार पर निर्भर करते हैं, अगर सरकार कहती है कि आप वर्ल्ड कप खेलने जाओ तो हम जरूर करेंगे जाना।

नजम सेठी ने कहा कि एशियाई क्रिकेट परिषद के प्रमुख जय शाह के अनुरोध पर, मैं उपाध्यक्ष पंकज खामजी से मिला, हाइब्रिड मॉडल पर सकारात्मक प्रतिक्रिया हुई, जय शाह ने ब्रीफिंग के बारे में बताया।

उन्होंने कहा कि मुझे कहा गया था कि वह मुझे 15 मई को बताएंगे लेकिन मैं अब भी फैसले का इंतजार कर रहा हूं.श्रीलंका एसीसी पर श्रीलंका को न्यूट्रल वेन्यू बनाने का दबाव बना रहा है.

नजम सेठी ने कहा कि श्रीलंका की आपत्ति यह है कि सितंबर में अत्यधिक गर्मी में यूएई में वनडे खेलना मुश्किल है, जबकि इसी सीजन में एशिया कप सहित आईपीएल के मैच यूएई में हो चुके हैं.

उन्होंने कहा कि मेजबान पाकिस्तान है तो गेट मनी पर मेजबान का अधिकार है, श्रीलंका में गेट मनी कम मिलेगी. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की प्रबंधन समिति के अध्यक्ष ने कहा कि एशिया कप जरूर होगा, अगर नहीं हुआ तो 3 देशों के टूर्नामेंट का प्लान तैयार है, आईसीसी की बैठक में रेवेन्यू शेयरिंग फॉर्मूले पर चर्चा की जाएगी.