टीम इंस्टेंटखबर
यूक्रेन में एक भारतीय छात्र की मौत पर शोक जताते हुए उत्तर प्रदेश कांग्रेस इलेक्शन कैंपेन कमेटी के चेयरमैन पीएल पुनिया ने मोदी सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए और फंसे हुए छात्रों व अन्य लोगों को जल्द से जल्द भारत लाने की अपील की।

उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में व्यस्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समय से सही कदम उठाते तो वक्त रहते यूक्रेन से बच्चों को निकाला जा सकता था। लेकिन सरकार ने इस मामले पर उदासीनता दिखाई और इसी का नतीजा है कि यूक्रेन में भारत के हजारों लोग फंसे हुए हैं।

उन्होंने कहा कि अनेक पश्चिमी देशों ने समय रहते एडवाइजरी जारी की और अपने नागरिकों को यूक्रेन से निकाला, लेकिन हमारे यहाँ सरकार में बैठे प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, रक्षामंत्री चुनावी सभाओं में व्यस्त रहे। सिर्फ उत्तर प्रदेश के डेढ़ हजार से अधिक लोग यूक्रेन में फंसे हुए हैं। अनेक बच्चों के वीडियो आ रहे हैं, जिनमें वह बेबस हैं और मदद की गुहार लगा रहे हैं। ऐसे समय में जब कि हमारे देश के होनहार यूक्रेन में फंसे हुए हैं, देश के प्रधानमंत्री, गृहमंत्री जनसभाएं कर रहे हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री युक्रेन फंसे लोगों के परिवार से मिलकर उन्हें जानकारी देने, सांत्वना देने के बजाय जनसभाएं कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने आर्थिक, सामाजिक तौर पर तो देश को कमजोर ही किया है, अब इसने अपनी नैतिकता भी खो दी है। पूरी सरकार का ध्यान विधानसभा चुनाव पर केंद्रित है, लेकिन यूक्रेन में फंसे बच्चों की बात यह लोग नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यूक्रेन में बच्चे जिंदगी और मौत के बीच फंसे हुए हैं, यह विषम परिस्थिति है। समय रहते मोदी सरकार जाग जाती, तो बच्चों को इस तरह की परिस्थिति में नहीं फंसना पड़ता।