लखनऊ ब्यूरो
लगभग एक साल से दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों का इंतजार आज खत्म हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्र को संबोधित कर कृषि कानूनों को वापस लेने का बड़ा ऐलान कर दिया है। पीएम के इस बड़े फैसले के बाद विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है।

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने इसे समाजवादी विजय यात्रा में मिल रहे जन समर्थन के डर का परिणाम बताया और साथ ही भाजपा से सैकड़ों किसाओं की मुटों का हिसाब भी माँगा।

सपा प्रमुख ने तीनों काले कृषि कानूनों पर प्रधानमंत्री के आज के एलान पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया कि “अमीरों की भाजपा ने भूमिअधिग्रहण व काले क़ानूनों से ग़रीबों-किसानों को ठगना चाहा। कील लगाई, बाल खींचते कार्टून बनाए, जीप चढ़ाई लेकिन सपा की पूर्वांचल की विजय यात्रा के जन समर्थन से डरकर काले-क़ानून वापस ले ही लिए।

भाजपा बताए सैंकड़ों किसानों की मौत के दोषियों को सज़ा कब मिलेगी।