लखनऊ ब्यूरो
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि उनका भी सीएम योगी आदित्यनाथ की तरह ही कोई परिवार नहीं है. मायावती ने कहा कि सर्वसमाज ही उनका परिवार है.

मंगलवार को लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए मायवाती ने साथ ही ये भी ऐलान कर दिया कि वो किसी भी पार्टी से समझौता नहीं करेंगी, बल्कि बसपा अपने दम पर चुनाव लड़ेगी.

बसपा प्रमुख ने कांग्रेस पर तंज करते हुए कहा कि 40 फीसदी टिकट देने की बात करने वाली कांग्रेस विधानसभा और लोकसभा में 35 फीसदी महिला आरक्षण नहीं दे पाई. ये जिन राज्यों में चुनाव हैं, वहीं ऐसी घोषणा कर रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास कोई जनाधार नहीं है.

मायावती ने साथ ही ये भी कहा कि बीएसपी किसी के साथ चुनावी समझौता नहीं करेगी. हम अपने बूते चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि हम समाज के हर वर्ग के लोगों को एक साथ लाने के लिए समझौता कर रहे हैं. यह गठबंधन स्थायी है.

सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी 300 और मुख्य विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी की ओर से 400 सीटें जीतने का दावा किया जा रहा है. मायावती ने इस पर चुटकी ली है.

मायावती ने बीजेपी के 300 और सपा के 400 सीट के दावे पर चुटकी लेते हुए कहा कि ऐसे में फिर चुनाव आयोग कुल सीटें बढ़ाकर 1000 ही कर दे. उन्होंने इन दावों को हवा हवाई बताया है.

बसपा सुप्रीमो ने सपा और बीजेपी को एक ही सिक्के के दो पहलू बताते हुए कहा कि मेरी लड़ाई दोनो से है. मेरी पार्टी के कार्यकर्ता मुझे पांचवी बार मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं.

अखिलेश एक रथ लेकर टिकटार्थी इकट्ठा कर माहौल बना रहे हैं. इससे कुछ नहीं होगा. यूपी में विधानसभा चुनाव आते ही बीजेपी और बाकी पार्टियों ने लोगों को बरगलाना शुरू कर दिया है. चुनाव में हार को देखते हुए बीजेपी यूपी में थोक में उद्घाटन, शिलान्यास का सिलसिला शुरू होगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी को जनता की चिंता होती तो पेट्रोल की कीमत और महंगाई नहीं बढ़ती.

मायावती ने कहा कि विधानसभा चुनाव में हार के डर से सरकार ने पेट्रोल की कीमत थोड़ी कम की है. जनता इसका जवाब देगी. मुफ्त राशन और कई प्रलोभन दिए जा रहे जो चुनाव बाद खत्म हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि बीजेपी, सपा से सांठ-गांठ कर जिन्ना जैसे गड़े मुर्दे उठकर चुनाव को हिंदू मुसलमान करने की कोशिश कर रही है. बसपा प्रमुख ने कहा कि सपा, बीजेपी की राजनीतिक सोच एक-दूसरे की पूरक है.