टीम इंस्टेंटखबर
तालेबान के गृहमंत्री ने कहा है कि हम अफ़ग़ानिस्तान में पूर्व शासक मुहम्मद ज़ाहिर शाह के काल के संविधान को लागू करेंगे।

अफ़ग़ानिस्तान की समाचार एजेन्सी शफ़क़ना के अनुसार तालेबान के गृहमंत्री अब्दुल हकीम शरई ने काबुल में चीन के राजदूत से भेंट की। इस भेंट में तालेबान के गृहमंत्री ने कहा कि हम अफ़ग़ानिस्तान में मुहम्मद ज़ाहिर शाह के काल के संविधान को लागू करेंगे।

उन्होंने साथ ही इस बात पर विशेष बल दिया कि उस संविधान के जो नियम, इमारते इस्लामी से विरोधाभा रखते हैं उनको लागू नहीं किया जाएगा। तालेबान के गृहमंत्री अब्दुल हकीम शरई ने कहा कि हम उन अन्तर्राष्ट्रीय क़ानूनों का सम्मान करते हैं जो तालेबान के नियमों के विरुद्ध न हों।

ज्ञात रहे कि तालेबान ने जिस संविधान की बात कही है वह सन 1964 में अफ़ग़ानिस्तान में लागू हुआ था। मुहम्मद ज़ाहिर शाह के काल के इस संविधान को अफ़ग़ानिस्तान के भूतपूर्व प्रधानमंत्री हामिद करज़ई के काल में भी अपनाया गया था।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले तक तालेबान एक नए संविधान की बात कर रहे थे। उनके नए फैसले पर अफ़ग़ानिस्तान के भीतर से प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं।