जापान में ‘ट्विटर किलर’ के तौर पर जाने जाने वाले एक व्यक्ति को आख़िरकार मौत की सज़ा सुना दी गई है। 30 साल का ताकाहिरो शिराइशी सोशल मीडिया पर मिले नौ लोगों की हत्या करने और उनके शव के टुकड़े-टुकड़े करने का दोषी था।

यह केस जापान में इतना चर्चित था कि इस केस का अंतिम फ़ैसला सुनने के लिए कोर्ट में 435 लोग इकट्ठा हुए, जबकि कोर्ट में बस 16 लोगों के ही बैठने की जगह थी। टोक्यो की एक कोर्ट ने मंगलवार को जापान के ट्वीटर किलर को मौत की सज़ा सुनाई है। आरोपी ताकाहिरो शिराइशी ने ख़ुद सोशल मीडिया पर मिले युवा लोगों की हत्या करने और उनके शवों के टुकड़े-टुकड़े करने की बात को स्वीकार किया था। उसने जिन 9 लोगों की बड़ी बेरहमी से हत्या की थी उनमें से 8 लड़कियां थी जबकि केवल एक लड़का था। पिछले कई वर्षों से ताकाहिरो शिराइशी के ख़िलाफ़ जापान की अदालत में चल रहा केस इसलिए भी दिलचस्प है क्योंकि ताकाहिरो ने अपने बचाव में कहा था कि उसने दूसरों की मर्ज़ी से उनकी हत्या की थी। उसके वकीलों ने कोर्ट में दलील दी थी कि उसे मौत की सज़ा के बजाय उम्रक़ैद की सज़ा मिलनी चाहिए क्योंकि 15 से 26 साल के बीच में उसके विक्टिम्स ने सोशल मीडिया पर सुसाइड करने की मंशा जताई थी, ऐसे में उन्होंने ख़ुद हत्या के लिए अपनी मर्ज़ी दी थी, लेकिन एक कोर्ट ताकाहिरो शिराइशी के वकीलों की दलीलों को खारिज करते हुए मंगलवार को उसे मौत की सज़ा सुना दी।

बता दें कि, आरोपी ताकाहिरो शिराइशी ट्विटर पर ऐसे लोगों से संपर्क करता था, जो अपनी जान लेने की बात किया करते थे। वह उनसे वादे करता था कि वह उनकी इसमें मदद करेगा। यहां तक कि वह यह भी कहता था कि वह उनके साथ-साथ ख़ुद भी मरेगा। उसके घर के पीछे कूलर और टूलबॉक्स मिले हैं, जिनमें नौ कंकाल पड़े थे, वहां 240 हड्डियों के टुकड़े भी मिले थे। शिराइशी को पुलिस ने तीन साल पहले गिरफ़्तार किया था। पिछले महीने हुई सुनवाई के दौरान एक 25 साल की पीड़िता के पिता ने कहा था कि अगर शिराइशी मर जाता है तो भी वह उसे कभी माफ़ नहीं करेंगे। जापान विकसित देशों में शामिल कुछ ऐसे देशों में है, जहां पर मौत की सज़ा को बरक़रार रखा गया है और वहां पर इस प्रावधान को लोगों का समर्थन भी मिला हुआ है। हालांकि, सज़ा सुनाए जाने और सज़ा दिए जाने के बीच वर्षों बीत जाते हैं। पिछली मौत की सज़ा यहां पर दिसंबर, 2019 में एक चीनी व्यक्ति को फांसी दी गई थी। उसे एक परिवार के चार लोगों की हत्या का दोषी पाया गया था।

इस बीच कई जापानी मीडिया सूत्रों ने दावा किया है कि ट्वीटर किलर ताकाहिरो शिराइशी के पास से कुछ ऐसे साक्ष्य भी मिले हैं कि जिससे पता चलता है कि इस तरह की हत्या का योजना केवल वह नहीं बनाता था, बल्कि दुनिया के अलग-अलग कोने में कई ऐसे हत्यारे हैं जो सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं को अपनी ओर आकर्षित करते हैं और फिर उनको अपना शिकार बनाते हैं। जानकारों का मानना है कि इस समय इंटरनेट की दुनिया में कई खेल भी इस तरह के हैं जो युवाओं को हिंसा के लिए उकसाते हैं। कुछ समय पहले ब्लू व्हेल नामक गेम का ‘टॉस्क’ पूरा करने के चक्कर में दुनिया भर में दर्जनों बच्चों की जान चली गई थी।