भारत में अभी मोबाइल सेवाओं की दरें तार्किक नहीं हैं. मौजूदा दरों पर बाजार में बने रहना मुश्किल है, अत: दरों में बढ़ोतरी जरूरी है. यह बात टेलिकॉम कंपनी भारती एयरटेल (Airtel) के चेयरमैन सुनील मित्तल (Sunil Bharti Mittal) ने कही है. उन्होंने कहा कि इस बारे में कोई निर्णय लेने से पहले बाजार की परिस्थितियों को देखा जायेगा. मित्तल ने एक इंटरव्यू में ये बातें कहीं.

अगली पीढ़ी के 5जी नेटवर्क में चीन के दूरसंचार उपकरण मैन्युफैक्चरर्स को भागीदारी की मंजूरी मिलेगी या नहीं, इस बारे में पूछे जाने पर मित्तल ने कहा कि बड़ा सवाल देश के निर्णय का है. देश जो भी निर्णय लेगा, हर कोई उसे स्वीकार करेगा.

उन्होंने कहा, जहां तक दूरसंचार सेवाओं की दरों का सवाल है, एयरटेल ने इस बारे में अपना रुख स्पष्ट कर दिया है. एयरटेल मजबूती से यह मानती है कि दरों में वृद्धि की जानी चाहिये. मित्तल ने कहा, ‘‘मौजूदा दरें टिकाऊ नहीं हैं, लेकिन एयरटेल बिना बाजार के या नियामक के कदम उठाये खुद से पहल नहीं कर सकती है. उद्योग जगत को एक समय पर दरें बढ़ाने की जरूरत होगी. हमें ऐसा करते समय बाजार की परिस्थितियों को देखना होगा.’’ मित्तल से यह पूछा गया था कि भारतीय बाजार में दूरसंचार सेवाओं की दरें बढ़ाने के लिये क्या यह समय ठीक लगता है और क्या एयरटेल इस दिशा में पहल करेगी या प्रतिस्पर्धियों के कदम उठाने की प्रतीक्षा करेगी?