लखनऊ: प्रदेश में अब तक सर्वाधिक 38 मरीज नोएडा में पाए गए हैं। इसके अलावा मेरठ में 19, आगरा में 11, लखनऊ में नौ ,गाजियाबाद में सात, पीलीभीत में दो, वाराणसी में दो और कानपुर ,लखीमपुर खीरी ,मुरादाबाद, शामली,जौनपुर, बागपत, बरेली व बुलंदशहर के एक-एक मरीज शामिल हैं। अब तक कोरोना वायरस 15 जिलों में अपने पांव पसार चुका है।

दूसरी ओर 183 संदिग्ध मरीजों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है। सोमवार को नोएडा के दो और आगरा के एक मरीज को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। अब तक कुल 17 मरीज स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज किए जा चुके हैं। अस्पतालों से छुट्टी पाने वालों में आगरा के आठ,नोएडा के छह, गाजियाबाद के दो और लखनऊ का एक मरीज शामिल है। नोएडा और मेरठ में बड़ी संख्या में मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग के बड़े अधिकारियों की टीम राहत और बचाव कार्य में जुटी है। फिलहाल नोएडा व मेरठ में जहां कोरोना से पीड़ित मरीज पाए जा रहे हैं आसपास के क्षेत्र को पूरी तरह सील कर दिया गया है।

यूपी में अभी तक 2704 संदिग्ध मरीजों के नमूने जांच के लिए लैब में भेजे जा चुके हैं और इसमें से 2519 मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आई है यानी इनमें कोरोना वायरस नहीं है। वहीं 89 मरीजों की रिपोर्ट अभी आना बाकी है।

यूपी में सोमवार को चीन सहित कोरोना प्रभावित देशों की यात्रा कर लौटे 9738 लोगों को चिह्नित किया गया। स्वास्थ्य विभाग की रैपिड रिस्पांस टीम ने अभी तक ऐसे करीब 60 हजार लोग चिह्नित किए हैं। इन्हें 28 दिन के लिए होम कोरंटाइन में रखा गया है।