नई दिल्ली: सौराष्ट्र क्रिकेट टीम ने राजकोट के सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेले गए रणजी ट्रॉफी 2020 के फाइनल में बंगाल के खिलाफ ड्रॉ खेला। पहली पारी में बढ़त के आधार पर सौराष्ट्र को विजेता घोषित किया और उसने पहली बार खिताब पर कब्जा किया।

इस मैच में सौराष्ट्र की टीम ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया और पहली पारी में 425 रन बनाया। इसके बाद सौराष्ट्र ने बंगाल की टीम को उसकी पहली पारी में 381 रनों पर ऑल आउट कर 44 रनों की बढ़त हासिल कर ली। सौराष्ट्र की टीम ने मैच के आखिरी दिन दूसरी पारी में 4 विकेट गंवाकर 105 रन बनाए।

सौराष्ट्र की टीम ने राजकोट में हुए सेमीफाइनल में मुकाबले में गुजरात को 92 रन से हराया था और फाइनल में पहुंची थी। जबकि बंगाल की टीम कर्नाटक को मात देकर फाइनल में पहुंची थी।

सौराष्ट्र लगातार दूसरी बार रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची थी, जहां उसे विदर्भ ने 78 रन से हराया था। सौराष्ट्र की टीम 1950-51 से रणजी ट्रॉफी में हिस्सा ले रही है, लेकिन यह पहला मौका है जब उसे खिताब जीतने में सफलता मिली है। 2012-13 और 2015-16 में उन्हें फाइनल में मुंबई के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था।

फाइनल मुकाबले में सौराष्ट्र की ओर से पहली पारी में अर्पित वसावदा ने शतकीय पारी खेली थी और 106 रन बनाया था। इसके अलावा चेतेश्वर पुजारा (66), अवि बरोट (54) और विश्वराज जडेजा (54) ने अर्धशतक जमाया था।

बंगाल की ओर से सबसे ज्यादा रन सुदीप चटर्जी ने बनाया और 81 रनों की पारी खेली। इसके अलावा रिद्धिमान साहा (64) और अनुस्तुम मजूमदार (63) ने अर्धशतक जमाया। इसके अलावा अरनब नंदी ने 40 रनों की नाबाद पारी खेली, लेकिन अपनी टीम को बढ़त दिलाने में नाकाम रहे।

सौराष्ट्र की ओर से धर्मेंद्रसिंह जडेजा ने तीन विकेट चटकाए, जबकि जयदेव उनादकट और प्रेरक मांकड़ ने दो-दो सफलता हासिल की। बंगाल की ओर से इस मैच में आकाश दीप ने पहली पारी में चार और दूसरी पारी में एक विकेट अपने नाम किया, जबकि शहबाज अहमद ने पहली पारी में तीन और दूसरी पारी मे दो विकेट चटकाए।