नई दिल्ली: संशोधित नागरिकता कानून को लेकर देश भर के अलग-अलग हिस्सों में विरोध प्रदर्शन चल रहा है। इसी बीच रविवार को कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने दिल्ली में नागरिकता कानून पर जामिया मिल्लिया इस्लामिया में संबोधन दिया। इस दौरान थरूर ने कहा कि सीएए अलोकतांत्रिक और भेदभावपूर्ण है। यह भारतीय लोकतंत्र पर धब्बा है।

उधर, संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर चल रहे प्रदर्शनों के बीच भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने रविवार को कहा कि यह संशोधित कानून वापस नहीं होगा और सरकार इस पर अडिग है। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से कहा, 'हम सीएए के मौजूदा रूप में कोई बदलाव नहीं करने जा रहे हैं। वे लोग जो ‘भयावह घटनाओं’ के साथ इसका विरोध कर रहे हैं, उन्हें यह समझने की जरूरत है कि इस पर कोई विचार नहीं होगा।'

उन्होंने कहा कि संसद द्वारा पारित कानून को सभी राज्यों में लागू करना पड़ेगा। इसको लेकर कोई किंतु-परंतु नहीं होगा। जम्मू-कश्मीर समेत देश के सभी हिस्सों में यह कानून लागू होगा।’ नकवी ने कहा, ‘‘ मैं भारत के मुस्लिमों और प्रत्येक व्यक्ति को आश्वस्त करना चाहता हूं कि उनका सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक और संवैधानिक अधिकार सुरक्षित हैं।' उन्होंने आगे कहा कि भारत के मुस्लिम देश में ‘मजबूती’ के साथ रह रहे हैं न कि ‘मजबूरी’ से ।