लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने सपा विधानमण्डल दल के नेता रामगोविन्द चौधरी पर तंज कसते हुए कहा कि आंतकी और हिंसक लोगों के पक्ष में खडे़ होना सपा की पुरानी नीति है। पूर्व में मुख्यमंत्री रहते अखिलेश यादव आंतकवादियों की हिमायत करते रहे है। कचेहरी बम विस्फोट काण्ड के आरोपियो पर से मुकदमें उठाने की पैरवी करने वाली सपा के विधानमण्डल दल नेता अब उत्तर प्रदेश में हिंसा करने वाले, सार्वजनिक व व्यक्गित सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले, मीडिया व पुलिस कर्मियों पर जानलेवा हमला करने वालों को पेेंशन देने की बात कर रहे है।

प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि जिन उपद्रवियों ने पाकिस्तान, अफगानिस्तान व बांग्लादेश में धार्मिक रूप से प्रताड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने वाले कानून का विरोध किया, हिंसक प्रदर्शन किया उनकों मुआवजा और पेंशन की बात करके सपा हमारे स्वतंत्रा संग्राम सेनानियों व शहीदों का अपमान कर रही है। अखिलेश यादव जवाब दें, क्यों कि पेंशन तो देश की सीमाओं को सुरक्षित रखने या स्वतन्त्रता संग्राम में देश को आजाद कराने में अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वालों को दिया जाता है। सपा के नेता तो खुलेआम बयान दे रहे है कि घुसपैठियों को बाहर नही किया जाना चाहिए। श्री शुक्ला ने कहा कि सीएए पर विपक्ष में होड़ मची है कौन कितना निचले स्तर पर जा सकता है। वोट के लालच में कांग्रेस-सपा देश के विरोध में जाने को तैयार है।

प्रदेश प्रवक्ता ने कहा रामगोविन्द चौधरी के बयान को जनता चेतावनी के रूप में ले क्योकि उन्होंने घोषणा की है कि जैसे ही अखिलेश यादव शपथ लेंगे वैसे ही नागरिकता कानून एव एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर दर्ज सभी केस वापस लेगें (जबकि एनआरसी की अभी कही चर्चा नहीं है) और उन्हें संविधान रक्षक का दर्जा देंगें।