नई दिल्‍ली: भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण अभी टेस्‍ट क्रिकेट में छाए हुए हैं. इस फॉर्मेट में टीम इंडिया के दबदबे की एक बड़ी वजह इशांत शर्मा , उमेश यादव, मोहम्‍मद शमी और जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी रही है. कप्‍तान विराट कोहली भी अपने तेज गेंदबाजों की तारीफ करते नहीं थकते. प्रत्‍येक टेस्‍ट के बाद वे जीत का श्रेय भारतीय गेंदबाजों को ज्‍यादा श्रेय देते हैं. हाल में टेस्ट श्रृंखला में बांग्लादेश को रौंदने के बाद कोहली ने अपने तेज गेंदबाजी आक्रमण को ‘स्वप्निल संयोजन’ करार दिया जो किसी भी सतह पर किसी भी तरह के विरोधी को ध्वस्त करने में सक्षम है. ऐसा जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी में किया गया.

कोहली ने बताया 'ईमानदारी से कहूं तो किसी को बुरा नहीं मानना चाहिए लेकिन पिछले दशक में जहीर खान के अलावा किसी के भरोसे नहीं रहा जा सकता था. उस आक्रमण में इशांत शर्मा भी था लेकिन जैसा वह आज है वैसा नहीं था. मुझे भरोसा है कि अगर जहीर खान इन्‍हें देखेंगे तो वह इनके साथ गेंदबाजी करना चाहेंगे क्‍योंकि इशांत नई गेंद करता है, फिर उमेश आता है और फिर शमी की बारी. स्लिप में खड़े हम लोगों के साथ ही बल्‍लेबाज भी इंतजार करता है कि इसका (शमी) स्‍पैल कब चालू होगा और कब खत्‍म होगा. जिस तरह से वह गेंद डालता है वह किसी भी पिच पर कमाल कर सकता है.'

कप्तान ने कहा कि काफी अधिक प्रतिस्पर्धा के बावजूद तेज गेंदबाजों के बीच सौहार्द है और बिलकुल भी असुरक्षा नहीं है. भारतीय गेंदबाजों के बीच स्‍पर्धा के बारे में कोहली ने कहा, ‘बिलकुल भी जलन नहीं है और यह उनका सबसे मजबूत पक्ष है, वे परवाह नहीं करते कि शमी की रैंकिंग सात है या जसप्रीत की रैंकिंग क्या है या इशांत की रैंकिंग क्या है.'