नवंबर में मारुति की बिक्री फिर गिरी

नई दिल्ली:ऑटो सेक्टर को मांग की सुस्ती से छुटकारा मिलती नहीं दिख रहा था। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया की बिक्री नवंबर में 1.9 फीसदी की गिरावट रही। हालांकि कंपनी दो करोड़ लाख कारें बेचने का रिकॉर्ड बना लिया है। सात महीने के अंतराल के बाद अक्टूबर में दिवाली के मौके पर उसकी घरेलू बिक्री 4.5 फीसदी बढ़ी थी। लेकिन कंपनी नवंबर में बढ़त कायम नहीं कर पाई। ह्युंडई को छोड़कर बाकी निर्माताओं ने भी बिक्री में गिरावट की जानकारी दी है।

मारुति ने एक बयान में कहा कि नवंबर मंे उसने 253,539 कारें बेंची। घरेलू बिक्री 1.6 फीसदी गिरकर 143,686 यूनिट रह गई। अल्टो और वैगन आर जैसी मिनी कारों की बिक्री 12.2 फीसदी घट गई। जबकि कांपेक्ट सेगमेंट में बिक्री 7.6 फीसदी बढ़ गई। इसकी निर्यात बिक्री में 7.7 फीसदी की गिरावट रही।

मारुति के विपरीत ह्युंडई मोटर की बिक्री 7.2 फीसदी बढ़ गई। उसने नवंबर में 60,500 कारें बेचीं। जबकि पिछले साल नवंबर में 56,411 कारें बिकी थीं। उसके घरेलू बिक्री में दो फीसदी की बढ़त हुई। जबकि निर्यात बिक्री में 25.2 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया।

महिंद्रा एंड महिंद्रा की बिक्री नवंबर 9 फीसदी गिरकर 41,235 वाहनों की रह गई। पिछले साल इसी महीने में उसने 45,101 वाहन बेचे थे। उसकी घरेलू बिक्री में 7 फीसदी गिरावट रही और 38,614 कारों की बिक्री रही। निर्यात में 26 फीसदी की कमी दर्ज की गई। यूटीलिटी व्हीकल, कार और वैन सहित यात्री वाहनों की बिक्री में 10 फीसदी की कमी रही। ऐसे 14,637 वाहन बिके। एमएंडएंड के मार्केटिंग ए‍वं सेल्स प्रमुख (ऑटो डिवीजन) वीजे राम नाकरा ने कहा कि त्योहारी सीजन के बाद बिक्री में सामान्य तौर पर गिरावट आती है। इसके बाद दिसंबर में वाहनों की बिक्री सुधरने लगती है।

टाटा मोटर्स ने नवंबर में बिक्री 25.32 फीसदी गिरकर 41,124 वाहनों की रहने की जानकारी दी है। कंपनी ने पिछले साल नवंबर में 55,074 वाहन बेचे थे। कंपनी की घरेलू बिक्री 25 फीसदी गिरकर 38,057 वाहनों की रह गई। यात्री वाहनों की बिक्री 39 फीसदी गिरकर 10,400 वाहनों की रह गई। होंडा कार्स की घरेलू बिक्री नवंबर में 50.33 फीसदी गिरकर 6459 वाहनों की रह गई। पिछले साल नवंबर में कंपनी ने 13,006 वाहन बेचे थे। कंपनी के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट राजेश गोयल ने कहा कि कंपनी ने जितनी बिक्री की योजना बनाई थी, बिक्री उससे बेहतर रही है।