लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री राम प्रसाद चौधरी समेत चार पूर्व विधायकों को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से निष्कासित कर दिया गया है। पार्टी से निकाले जाने वाले लोगों में सदर से पूर्व विधायक जितेन्द्र कुमार उर्फ नन्दू चौधरी, रामनगर से पूर्व विधायक राजेन्द्र प्रसाद चौधरी तथा महादेवा से पूर्व विधायक दूधराम शामिल हैं। जानकारी के लिए आपको बता दें कि सभी नेताओं पर कार्रवाई किए जाने के बाद इस संबंध में नवनियुक्त जिलाध्यक्ष संजय धुसिया ने मीडिया को जानकारी दी है। इन चारों नेताओं के निष्कासन से संबंधित सूचना जारी करते हुए नवनियुक्त जिलाध्यक्ष संजय धुसिया ने रविवार को बताया कि विधायकों के खिलाफ यह कार्रवाई पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने तथा अनुशासनहीनता के आरोप के कारण की गई।

जानकारी के लिए आपको बता दें कि बसपा ने एक दिन पहले बस्ती के जिलाध्यक्ष प्रेमसागर को पद से हटाते हुए धुसिया को जिलाध्यक्ष मनोनीत किया था। इस बीच, कप्तानगंज के पूर्व विधायक राम प्रसाद चौधरी ने कहा कि उन्होंने शनिवार सुबह ही बसपा से त्यागपत्र दे दिया था।

हलांकि, लोकसभा चुनाव 2019 के बाद से ही बसपा में पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने की वजह से कई नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया है। आपको बता दें कि इससे पहले पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने के कारण बसपा के पूर्व मंत्री व कद्दावर नेता रामवीर उपाध्याय को पार्टी से निलंबित कर दिया गया था। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव मेवालाल गौतम ने यह कार्रवाई की गई थी। रामवीर उपाध्याय पर लोकसभा चुनाव में आगरा, फतेहपुर सीकरी, अलीगढ़ समेत कई सीटों पर पार्टी का विरोध करने का आरोप था।