मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय सुरक्षा कमेटी (बैंकिंग) की बैठक सम्पन्न

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहा कि संवाद और समन्वय से सभी क्षेत्रों में बेहतर परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं। राज्य व जनपद स्तर पर शासन-प्रशासन और बैंकों के मध्य बेहतर संवाद और समन्वय से बैंकों से सम्बन्धित घटनाओं और दुर्घटनाओं को न्यूनतम स्तर पर लाया जा सकता है। बैंक से सम्बन्धित अपराध के मामलों में सतर्कता बहुत मायने रखती है। पारस्परिक समन्वय और प्रभावी सतर्कता से बैंकिंग व्यवस्था को फूलप्रूफ बनाया जा सकता है।

मुख्यमंत्री जी ने यह विचार आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत राज्य स्तरीय सुरक्षा कमेटी (बैंकिंग) की बैठक की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किए। बैठक में रिजर्व बैंक आॅफ इण्डिया के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि राज्य में सामान्य सुरक्षा के वातावरण में व्यापक सुधार आया है। इसके बावजूद होने वाली घटनाओं की तह में जाने पर विभिन्न संस्थाओं की लापरवाही सामने आती है। यह राज्य स्तरीय बैठक इसीलिए आहूत की गई है कि वह स्वयं बैंकों के पदाधिकारियों से सतर्कता के साथ सुरक्षा सम्बन्धी दायित्वों के निर्वहन की अपील कर सकें और बैंकिंग संस्थानों की सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाया जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बैठक के तत्काल बाद वे वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिलाधिकारियों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों तथा रेंज के अधिकारियों को बैठक में प्राप्त सुझावों के आधार पर निर्देश देंगे। उन्होंने कहा कि समन्वय के माध्यम से पाॅक्सो एक्ट के तहत कार्रवाइयों में तेजी लायी गयी है तथा विभिन्न जनपदों में नाबालिग बालिकाओं से सम्बन्धित अपराधों में अपराधियों को एक माह से कम समय में सजा दिलाने में सफलता मिली है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में साइबर क्राइम बड़ी चुनौती बन गया है। राज्य सरकार द्वारा लखनऊ और नोएडा में 02 साइबर थाने स्थापित किए गए हैं। प्रदेश की सभी 18 रेंज में एक-एक साइबर थाना स्थापित किया जा रहा है। इसके लिए टेªनिंग आदि की कार्रवाई संचालित है। उन्होंने कहा कि बैंक अधिकारी भी इस ट्रेनिंग से जुड़ेंगे तो बेहतर परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बैंक शाखाओं सहित सभी बैंकिंग प्रतिष्ठानों में उच्च गुणवत्ता के सी0सी0 टी0वी0 कैमरे स्थापित किए जाने चाहिए। साथ ही, डी0वी0आर0 की सुरक्षा के भी प्रबन्ध होने चाहिए। केवल बैंकिंग प्रतिष्ठानों के आसपास ही नहीं, बल्कि संवाद बनाकर आसपास के स्थानों पर भी सी0सी0 टी0वी0 कैमरे स्थापित किए जाने चाहिए, जिससे बैंकिंग प्रतिष्ठानों के आसपास की गतिविधि पर भी नजर रखी जा सके। बैंक अधिकारियों द्वारा सी0सी0 टी0वी0 में दिखने वाली संदेहास्पद गतिविधियों को पुलिस प्रशासन के साथ शेयर किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जनपद स्तर पर लीड बैंक के पदाधिकारियों को प्रशासन के साथ नियमित बैठकें करनी चाहिए।

बैठक में पुलिस महानिदेशक ओ0पी0 सिंह ने राज्य पुलिस द्वारा बैंकों की सुरक्षा के लिए उठाए जा रहे कदमों तथा बैंकों द्वारा अपनी सुरक्षा के सम्बन्ध में अपनायी जाने वाली सावधानियों के सम्बन्ध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बैंकिंग संस्थानों में होने वाली घटनाओं में कमी आयी है। पुलिस का रिस्पाॅन्स प्रोएक्टिव एवं प्रूडेंटिव हुआ है। ‘112’ का रिस्पाॅन्स टाइम 23 मिनट से कम करके 10 मिनट किया गया है। पुलिस पेट्रोल में बैंकिंग संस्थानों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसका आॅनलाइन इस्तेमाल कर पेट्रोल गतिविधियां बढ़ायी जा सकती हैं। फेक करेंसी के सम्बन्ध में ई0एफ0आई0आर0 दर्ज कराने की सुविधा दी गई है। पेट्रोल मैनेजमेंट सिस्टम लागू किया गया है।

पुलिस महानिदेशक ने कहा कि सजग और सतर्क रहकर बैंकिंग संस्थाओं में होने वाली घटनाओं को नियंत्रित किया जा सकता है। इन संस्थानों में अधिकतर घटनाएं बैंक की सुरक्षा में कमी, बिना सुरक्षा के कैश ट्रांजेक्शन, सी0सी0 टी0वी0 की खराबी, स्ट्राॅन्ग रूम नहीं होने के कारण घटित हुई हैं। उन्होंने कहा कि संस्थाओं में सुरक्षा उपकरणों का लगाया जाना ही काफी नहीं है, बल्कि उन्हें कार्यशील रखा जाना चाहिए। इसके लिए उनकी नियमित जांच जरूरी है। साथ ही, बैंक कर्मियों को इन उपकरणों के संचालन की भी जानकारी होनी चाहिए। दूर-दराज के बैंकों में भी सुरक्षा की व्यवस्था होनी चाहिए।

आर0बी0आई0 के रीजनल डायरेक्टर लक्ष्मीकांत राव ने राज्य पुलिस की तकनीकी पहल की तारीफ की। आर0बी0आई0 के चीफ जनरल मैनेजर आर0के0 मोहंती ने बैंकिंग संस्थानों की सुरक्षा पर मुख्यमंत्री की पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसका व्यापक प्रभाव होगा। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा की गई पहल को ग्राउण्ड लेवेल तक पहुंचाने के लिए उपस्थित बैंक प्रतिनिधियों से अनुरोध किया। बैठक में सेण्ट्रल सिक्योरिटी सेल के सिक्योरिटी एडवाइजर के0पी0 रघुवंशी, बैंक ऑफ़ बड़ोदा लखनऊ जोन के जनरल मैनेजर डॉक्टर रामजस यादव समेत अन्य बैंक प्रतिनिधियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए।