नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या विवाद पर सर्वसम्मति से फैसला सुना दिया है। भारत के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अगुवाई में पांच जजों की बेंच ने इस फैसले को सुनाया है। कोर्ट ने विवादित जमीन पर मंदिर निर्माण का आदेश दिया है और मुस्लिम पक्ष को 5 एकड़ वैकल्पिक जमीन देने को कहा है। साथ ही कोर्ट ने निर्मोही अखाड़े और शिया वक्फ के दावे को खारिज कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया आयी है और फैसले का स्वागत किया है|
कांग्रेस ने रणदीप सुरजेवाला ने अयोध्या फैसला पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया है, हम राम मंदिर के निर्माण के पक्ष में हैं। इस फैसले ने न केवल मंदिर के निर्माण के लिए दरवाजे खोले बल्कि इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने के लिए भाजपा और अन्य लोगों के लिए दरवाजे भी बंद कर दिए।

वहीँ अयोध्या फैसले पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को फैसला ऐतिहासिक है। मैं जनता से शांति और शांति बनाए रखने की अपील करता हूं।

निर्मोही अखाड़ा के प्रवक्ता कार्तिक चोपड़ा ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कहा कि निर्मोही अखाड़ा आभारी है कि सुप्रीम कोर्ट ने पिछले 150 वर्षों की हमारी लड़ाई को मान्यता दी है। कोर्ट ने श्री राम जन्मस्थान मंदिर के निर्माण और प्रबंधन के लिए केंद्र सरकार द्वारा स्थापित किए जाने वाले ट्रस्ट को इसकी जिम्मदेरी सौंपी है। बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कहा कि मुझे खुशी है कि सुप्रीम कोर्ट ने आखिरकार फैसला सुनाया, मैं अदालत के फैसले का सम्मान करता हूं।