रॉयल बैंक ऑफ स्कॉटलैंड (आरबीएस) के नवाचार और संचालन केंद्र आरबीएस इंडिया ने ‘आरबीएस अर्थ हीरोज‘ अवार्ड्स (आरईएचए) के नौवें संस्करण के विजेताओं का आज एलान किया। ये ऐसे लोग हैं, जिन्होंने अर्थ हीरोज अवार्ड्स की वर्ष 2019 की थीम ‘क्लाइमेट चेंज (जलवायु परिवर्तन)‘ के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। ‘आरबीएस अर्थ हीरोज‘ अवार्ड्स के क्रम में उत्तर प्रदेश, के ऐश्वर्य माहेश्वरी को ‘सेव द स्पीशीज़’ अवार्ड से सम्मानित किया गया। ऐश्वर्य एक संरक्षण जीवविज्ञानी हैं, जिन्हें देश के नाजुक पारिस्थितिकी तंत्र को कवर करने वाले अग्रणी भारतीय अनुसंधान और संरक्षण संगठनों के साथ विभिन्न एग्रो-पेस्टोरल्स और ईकोलाॅजिकल जोन्स में काम करने का एक व्यापक अनुभव है। उन्होंने हिम तेंदुए के संरक्षण के लिए डब्ल्यूडब्ल्यूएफ-इंडिया के प्रमुख कार्यक्रम ‘स्नो लेपर्ड प्रोजेक्ट‘ का नेतृत्व किया। परियोजना की बहुआयामी गतिविधियों ने प्रजातियों के संरक्षण के साथ-साथ स्थायी विकास के साथ महत्वपूर्ण सुधार किए हैं। उन्होंने मध्य और दक्षिणी एशिया में हिम तेंदुए के अवैध व्यापार से जुडे एक प्रोजेक्ट का नेतृत्व भी किया और उनके अवैध शिकार पर अंकुश लगाने के लिए रोकथाम संबंधी रणनीति तैयार की। उन्होंने प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में शोध-पत्र, रिपोर्ट और लेखों का प्रकाशन भी किया है। वे वन/ वन्यजीव विभागों, भारतीय-हिमालयी क्षेत्र में सामुदायिक-आधारित संगठनों में कर्मचारियों की क्षमता निर्माण में सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं, और हाल ही में उन्होंने रूस में रेंजरों के साथ एक प्रशिक्षण शिविर का आयोजतन भी किया है। आरबीएस ‘सेव द स्पीशीज़‘ अवार्ड वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 में सूचीबद्ध प्रजातियों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से संरक्षित करने के लिए किसी व्यक्ति द्वारा किए गए अनुकरणीय कार्य को मान्यता प्रदान करता है। पुरस्कार ऐसे लोगों और संस्थानों के धैर्य और दृढ़ संकल्प को पहचानने का एक प्रयास है, जिन्होंने हमारे पर्यावरण को संरक्षित और संभाल कर रखने के उद्देश्य से अपने कर्तव्य से परे जाकर काम किया है। धरती की पारिस्थितिक संपत्ति को बचाने के लिए अपनी अदम्य प्रतिबद्धता के लिए इन सात विजेताओं को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्री किशन रेड्डी, केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री श्री बाबुल सुप्रियो, नीती आयोग के सदस्य प्रो रमेश चंद, वन महानिदेशक और सरकार के विशेष सचिव श्री सिद्धान्त दास और वरिष्ठ अधिकारियों ज्यूरी मेंबर्स और अन्य विशिष्ट अतिथियों की मौजूदगी में सम्मानित किया गया। आरबीएस इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर और कंट्री हैड आॅफ सर्विसेज श्री पंकज फातरफोड ने कहा, ‘‘जलवायु परिवर्तन अब एक वास्तविक घटना है, और हमारी धरती के घटते प्राकृतिक संसाधन और जलवायु परिवर्तन के जो परिणाम आ रहे हैं, वे हम सोचते हैं, उससे भी कहीं अधिक हैं। हमारा कर्तव्य है कि हम अपनी धरती की रक्षा करें, न केवल हमारे लिए, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी। आरबीएस अर्थ हीरोज अवॉर्ड्स की यात्रा विनम्र और प्रेरणादायक रही है, क्योंकि इसके माध्यम से आरबीएस को ऐसी संस्थाओं और लोगों का सम्मान करने का अवसर मिलता है, जो संरक्षण और स्थायित्व की दिशा में निरंतर अपने काम को अंजाम देने में जुटे रहते हैं। यह वास्तव में, हमारे लिए एक सौभाग्य की बात है कि हम हर साल इन पुरस्कारों की मेज़बानी कर रहे हैं। यह महत्वपूर्ण है कि हम इन व्यक्तियों को पहचानें, जिन्होंने अपनी प्राकृतिक विरासत की रक्षा करने का कर्तव्य खुद ही स्वीकार किया है, और उनमें से कुछ अपनी व्यक्तिगत संपत्तियों और कल्याण को खतरे में डालकर बलिदान देते हैं, देखा जाए तो उनका यह प्रयास ही सही अर्थों में भारत के लोगों की सार्वजनिक सेवा की भावना का उत्सव है।‘‘