नई दिल्ली: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने कहा कि कांग्रेस कमजोर नहीं है और जमीनी स्तर पर कांग्रेस कार्यकर्ता मजबूती से काम कर रहे हैं। उन्होंने विपक्षी दलों के इस दावे को भी खारिज कर दिया कि आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले ही सबसे पुरानी पार्टी के नेता गायब हैं।

महाराष्ट्र चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भाजपा के चुनाव अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं। हालांकि सत्तारूढ़ दल के नेता कहते रहे हैं कि पवार को छोड़कर, महाराष्ट्र का कोई भी विपक्षी नेता चुनाव प्रचार में दिखाई नहीं दे रहा है, इसका मतलब है कि राज्य के कांग्रेस नेता इस लड़ाई में गायब हैं।

एनसीपी नेता शरद पवार ने बताया कि मुझे ऐसा नहीं लगता। महाराष्ट्र में कांग्रेस जमीनी स्तर पर अच्छी तरह से संगठित है। मैंने कई स्थानों पर देखा है कि कांग्रेस कार्यकर्ता आक्रामक तरीके से काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता उन विधानसभा सीटों पर भी काम कर रहे हैं जहां एनसीपी के उम्मीदवार मैदान में थे। दोनों दल गठबंधन में राज्य का चुनाव लड़ रहे हैं।

पवार ने कहा कि कांग्रेस भाजपा में केवल यहीं अंतर है कि भाजपा में प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री और उनमें कई बड़े नेता हैं जबकि महाराष्ट्र से कांग्रेस का राष्ट्रीय नेतृत्व नहीं आता। राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस का कोई भी नेता काम नहीं करता है। इस लड़ाई में इसका मतलब यह नहीं कि कांग्रेस कमजोर है। कांग्रेस के पास कार्यकर्ताओं का एक पूल है जो जमीनी स्तर पर अच्छी तरह से काम करता है। उन्होंने कहा कि इस मामले में उनके (पवार) अनुभव का लाभ मिलेगा क्योंकि एनसीपी अध्यक्ष होने के साथ वह लंबे समय तक संसद सदस्य रहे हैं।

पवार ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे की टिप्पणी को भी खारिज कर दिया कि एनसीपी थकी हुई है। लगता है शिंदे खुद "थके हुए" होंगे। आठ अक्टूबर को सोलापुर की एक जनसभा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शिंदे ने कहा था कि भविष्य में कांग्रेस और एनसीपी एक साथ आएंगे क्योंकि दोनों थक चुके हैं।