नई दिल्ली: स्पेनिश क्लब बार्सिलोना के स्ट्राइकर लियोनल मेसी ने गोल्डन शू हासिल करने की हैट्रिक लगा दी है। उन्हें रिकॉर्ड छठी बार ये अवॉर्ड मिला है। उन्होंने इस साल 36 गोल किए जो उनके करीबी प्रतिद्वंद्वी पेरिस सेंट जर्मेन के कायलियान एम्‍बाप्‍पे से तीन गोल अधिक हैं। मेसी लगातार तीसरी बार यह अवॉर्ड पाने वाले पहले खिलाड़ी भी बन गए हैं।

मेसी ने 2018-19 सीजन में बार्सिलोना की तरफ से 34 ला लीगा मुकाबलों में 36 गोल किए। उन्‍होंने स्‍पेनिश लीग कप (कोपा डेल रे) में 3 और यूएफा चैंपियंस लीग में 12 गोल दागे। कुल मिलाकर अर्जेंटीना के मेसी ने पिछले सीजन में 50 मैच खेले और 51 गोल दागे। गौरतलब है कि हाल ही में अर्जेंटीना के स्टार फुटबॉलर को पिछले महीने फीफा बेस्ट फुटबॉलर ऑफ द ईयर का अवार्ड मिला था।

इस मौके पर मेसी ने कहा कि मैं यह पुरस्कार मेरे परिवार, साथी खिलाड़ियों जो कि यहां मौजूद हैं, उन्हें समर्पित करना चाहूंगा। इस पुरस्कार को हासिल करने में लुइस और जॉर्डी जैसे दो शख्सों की अहम भूमिका रही है। मेरी टीम के बगैर मैं इस पुरस्कार को एक बार भी नहीं जीत सकता था।

32 साल के मेसी की तुलना अधिकांश अपने प्रतिद्वंद्वी क्रिस्टियानो रोनाल्‍डो से होती है। पुर्तगाल के स्‍टार स्‍ट्राइकर रोनाल्‍डो ने 2014-15 के बाद से यह अवॉर्ड नहीं जीता है। मेसी के बाद इस अवॉर्ड को जीतने के मामले में युवेंटन के क्रिस्टियानो रोनाल्डो दूसरे स्थान पर हैं। रोनाल्डो को चार बार ये अवॉर्ड मिल चुका है। मेसी ने यूरोपीयन गोल्‍डन शू क्रमश: 2010, 2012, 2013, 2017, 2018, 2019 में जीता। वहीं रोनाल्‍डो ने 2008, 2011, 2014 और 2015 में यह खिताब अपने नाम किया था। इसके बाद तीसरे स्थान पर दो अवॉर्ड के साथ नौ फुटबॉलर हैं। इनमें सुआरेज, उरुग्वे के डिएगो फोरलान और फ्रांस के थिएरी हेनरी भी शामिल हैं। पहली बार 1968 में यूसेबियो को यूरोपियन गोल्डन शू मिला था।

बता दें कि रोनाल्‍डो ने हाल ही में निजी कीर्तिमान हासिल करते हुए करिअर का 700वां गोल दागा था। उन्‍होंने पुर्तगाल की तरफ से यूक्रेन के खिलाफ यह कारनामा किया था। वैसे, इसमें कोई शक नहीं कि रोनाल्‍डो और मेसी के बीच तुलना जल्‍द खत्‍म नहीं होगी। मगर जहां तक गोल्‍डन शू की संख्‍या की बात है तो यहां मेसी के आगे रोनाल्‍डो कही नहीं टिकते। 2004 अक्‍टूबर में ही मेसी ने इस्‍पेनयोल के खिलाफ बार्सिलोना की सीनियर टीम के लिए डेब्‍यू किया था। वह डेको के विकल्‍प के रूप में अंतिम सात मिनट के लिए मैच में उतरे थे।