श्रीनगर: कश्मीर घाटी में पोस्ट पेड मोबाइल सेवा शुरू करने के कुछ घंटों बाद ही एसएमएस सेवा बंद कर दी गई। अधिकारियों का कहना है कि एहतियाती कदम के तौर पर यह कदम उठाया गया है।

सरकार ने जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने से पहले लागू मोबाइल सेवाओं पर प्रतिबंध में 72 दिनों के बाद सोमवार को आंशिक राहत दी थी। पोस्ट पेड मोबाइल सेवा सोमवार को दोपहर में शुरू की गईं। हालांकि इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध नहीं हटाया गया। अधिकारियों ने बताया कि शाम को करीब पांच बजे एसएमएस सेवाएं भी रोक दी गईं। यह कदम एहतियाती कदम के तौर पर उठाए गए हैं।

सोमवार की रात आठ बजे शोपियां जिले में एक पाकिस्तान नागरिक सहित दो आतंकियों ने एक राजस्थानी ट्रक के ड्राइवर की गोली मारकर हत्या कर दी और सेब के बागान मालिक पर हमला करके घायल क दिया। पुलिस ने बताया कि मृत व्यक्ति की पहचान शरीफ खान के रूप में हुई है। आतंकियों ने आतंकियों ने शीरमल गांव में यह हमला हताशा के चलते किया क्योंकि घाटी में फलों का परिवहन बढ़ रहा है।

अधिकारियों ने बताया कि 25 लाख से ज्यादा प्रीपेड मोबाइल फोन और व्हाट्सएप सहित अन्य इंटरनेट सेवाएं फिलहाल बंद रहेंगी। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सोमवार को कहा था कि इंटरनेट सेवाएं जल्दी ही शुरू की जाएंगी। लेकिन सुरक्षा संगठनों से जुड़े अधिकारियों ने खासी सतर्कता बरतते हुए जो प्रोसेस अपनाया है, उससे इंटरनेट सेवाएं शुरू होने में दो महीने तक का समय लग सकता है। अधिकारियों का कहना है कि प्रीपेड मोबाइल सेवाएं शुरू करने पर फैसला अगले महीने लिया जा सकता है।

सरकार ने पिछले 5 अगस्त को जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने से पहले सभी तरह की संचार सेवाएं बंद कर दी थीं। जम्मू में संचार सेवाएं कुछ दिनों बाद बहाल कर दी गईं और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं मध्य अगस्त में शुरू हो गईं। लेकिन इसका दुरुपयोग होने पर 18 अगस्त को मोबाइल इंटरनेट सेवाएं दोबारा रोक दी गईं।