नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि कश्मीर में पोस्ट-पेड मोबाइल सेवाओं को शनिवार से फिर से शुरू करने की संभावना है। 68 दिन पहले जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म करने के केंद्र के फैसले के बाद ये सेवाएं बंद कर दी गई थीं। अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि घाटी में ग्राहकों को इंटरनेट सेवाओं के फिर से शुरू होने के लिए कुछ और समय तक इंतजार करना होगा।

अधिकारियों ने कहा कि एक निर्णय लिया गया है कि शुरुआत में पोस्ट-पेड मोबाइल सेवाओं को फिर से शुरू किया जाएगा और उसके बाद प्री-पेड सेवाओं को फिर से शुरू किया जाएगा। उन्होंने यह भी जोर दिया है कि पोस्ट-पेड मोबाइल सेवाओं के लिए ग्राहक का उचित सत्यापन किया जाए।

घाटी में लगभग 66 लाख मोबाइल ग्राहक हैं, जिनमें से लगभग 40 लाख ग्राहकों के पास पोस्ट-पेड सुविधाएं हैं। केंद्र द्वारा पर्यटकों के लिए घाटी खोलने की सलाह जारी करने के दो दिन बाद यह बात सामने आई है।

ट्रैवल एसोसिएशन निकायों ने प्रशासन से संपर्क किया था, जिसमें कहा गया था कि जहां कोई भी मोबाइल फोन काम न करे वहां कोई भी पर्यटक नहीं आना चाहेगा ।

केंद्र द्वारा संविधान की धारा 370 के तहत राज्य के विशेष दर्जा खत्म किए जाने की घोषणा के बाद 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर में मोबाइल सेवाएं बंद कर दी गईं। घाटी में 17 अगस्त को आंशिक फिक्स्ड लाइन टेलीफोन को फिर से शुरू किया गया था, और 4 सितंबर तक लगभग 50,000 की संख्या वाली सभी लैंडलाइनों को चालू किए जाने की घोषणा की गई थी।

जम्मू में पाबंदियों के दिनों के भीतर संचार प्रणाली को बहाल कर दिया गया था और यहां तक कि मोबाइल इंटरनेट भी अगस्त के मध्य में शुरू किया गया था। हालांकि, इसके दुरुपयोग के बाद 18 अगस्त को सेलुलर फोन पर इंटरनेट की सुविधा समाप्त हो गई थी।