लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज यहां राजभवन में किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग द्वारा डाॅ0 राजेन्द्र प्रसाद मेमोरियल सोसायटी, उत्तर प्रदेश के सहयोग से आयोजित ‘राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस’ के अवसर पर ‘स्वैच्छिक रक्तदान शिविर’ का शुभारम्भ करते हुए लोगों का आह्वान किया कि वे स्वैच्छिक रक्तदान के लिए अधिक से अधिक संख्या मेें आगे आयें और लोगों की जीवन रक्षा में अपना भरपूर योगदान दें। उन्होंने कहा कि एक स्वस्थ व्यक्ति को रक्तदान करने से किसी तरह की हानि नहीं होती है। रक्त हमेशा बनता ही रहता है। स्वैच्छिक रक्तदान सबसे बड़ा पुनीत कार्य है। हमें निःस्वार्थ भाव से बिना किसी प्रत्याशा के रक्तदान करना चाहिए। उन्होंने चिकित्सा विश्वविद्यालय को सुझाव दिया कि रक्तदान करने वाले अलग-अलग ब्लड ग्रुप के लोगों की फोन नम्बर सहित ऐसी सूची तैयार करनी चाहिए, जिससे आवश्यकता पड़ने पर पुनः उस व्यक्ति से सम्पर्क किया जा सके। उन्होंने कहा कि सभी चिकित्सा विश्वविद्यालयों एवं मेडिकल कालेजों में रक्तदान करने वालों की ऐसी सूची बननी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विश्वविद्यालय में इसी तरह रक्तदान शिविर समय-समय पर लगाये जायें, जिससे अधिक से अधिक युवा वर्ग रक्तदान कर सके। दुर्लभ ब्लड ग्रुप वालों की सूची अलग से बनायी जाये। उन्होंने युवा वर्ग का आह्वान किया कि वे यदि स्वस्थ रहना चाहते हैं, तो खान-पान की आदतों पर अभी से विशेष ध्यान दें।

राज्यपाल ने कहा कि मरते-मरते किसी दूसरे को जीवन देना अत्यन्त महान कार्य है और मुझे खुशी है कि अब इस क्षेत्र में भी लोग आगे आकर नेत्र, किडनी, लीवर आदि का दान कर दूसरे को नया जीवन प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अंगदान महादान है।

इस अवसर पर किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एम0एल0बी0 भट्ट ने कहा कि विश्वविद्यालय पिछले 4 वर्षों से राजभवन में रक्तदान शिविर का आयोजन कर रहा है। विश्वविद्यालय द्वारा लगभग 70,000 यूनिट रक्त प्रतिवर्ष मरीजों को उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी तरह के सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखकर ही रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता है।

इससे पहले डाॅ0 राजेन्द्र प्रसाद मेमोरियल सोसायटी के अध्यक्ष नरेश चन्द्रा ने कहा कि पिछले कई वर्षों से सोसायटी रक्तदान शिविर का आयोजन कराती है। उन्होंने कहा कि इस तरह के नेक कार्य में लोगों को बढ-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए।

कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव श्री हेमन्त राव, ट्रांसफ्यूसन मेडिसिन विभाग की विभागाध्यक्ष एवं कार्यक्रम की संयोजिका डाॅ0 तुलिका चन्द्रा, चिकित्सा विश्वविद्यालय के चिकित्सक, रक्तदाता सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।

इस अवसर पर राज्यपाल ने चिकित्सा विश्वविद्यालय के मोबाइल रक्तदान वाहन को भी रवाना किया, जो पूरे शहर में स्थान-स्थान पर जाकर रक्तदाताओं से रक्त एकत्रित करेगा तथा साथ ही साथ लोगों में रक्तदान के प्रति जागरूकता भी पैदा करेगा। रक्तदान शिविर में 50 लोगों ने रक्तदान किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने रक्तदान करने वालों को प्रमाण पत्र भी दिए।