काबुल: विश्व कप 2019 में अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के खराब प्रदर्शन के बाद अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड में लगातार उथल पुथल जारी है। वेस्टइंडीज के पूर्व खिलाड़ी फिल सिमंस का कार्यकाल समाप्त होते ही अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने नए सिरे से टीम के हेड कोच के पद के लिए आवेदन मंगाए थे। ऐसे में दुनियाभर के पचास खिलाड़ियों ने आवेदन किए। ऐसे में अंत में लांस क्लूजनर को टीम का नया मुख्य कोच चुना गया।

अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के सीईओ लुतफुल्लाह स्टेनिकजई ने क्लूजनर की नियुक्ति की घोषणा करते हुए कहा, कोच के चयन की प्रक्रिया सफलतापूर्वक समाप्त हो गई है और पूर्व दक्षिण अफ्रीका ऑलराउंडर लांस क्लूजनर की बतौर टीम हेड कोच चुना है। वो नवंबर में शुरू हो रहे अफगानिस्तान के वेस्टइंडीज दौरे से पहले पद संभालेंगे। उन्होंने कहा, लांस क्लूजनर क्रिकेट की दुनिया में एक जाना माना नाम है। हमारे खिलाड़ियों को उनके बतौर खिलाड़ी और कोच सालों के अनुभव का फायदा उठाते हुए देखने में हमें खुशी होगी।

स्टेनिकजई ने क्लूजनर पर विश्वास जताते हुए कहा, उनकी उपस्थिति से अगले साल होने वाले एशिया कप और ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप की तैयारी में राष्ट्रीय टीम को मदद मिलेगी।

कोच चुने जाने के बाद क्लूजनर ने कहा, मैं अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के हेड कोच के रूप में मिली जिम्मेदारी को संभालने और दुनिया के कई बेहतरीन प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के साथ काम करने के लिए आतुर हूं। जिस तरह बेखौफ अंदाज में अफगानिस्तान क्रिकेट टीम क्रिकेट खेलती है उससे दुनिया वाकिफ है। मुझे पूरा विश्वास है कि थोड़ी सी कड़ी मेहनत इस टीम को दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम में तब्दील कर सकती है। मैं अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के साथ काम करते हुए उनके क्रिकेट के स्तर को और ऊंचे स्तर पर ले जानी की कोशिश करूंगा।'

लांस क्लूजनर लेवल चार के सर्टिफाइड कोच हैं। उन्होंने आईपीएल में मुंबई इंडियन्स के गेंदबाजी कोच के रूप में भी काम किया है। दक्षिण अफ्रीका की राष्ट्रीय अकादमी में सलाहकार रहे हैं, दक्षिण अफ्रीकी टेस्ट टीम के बैटिंग कोच के रूप में काम कर चुके हैं। वो जिंबाब्वे क्रिकेट टीम के बैटिंग कोच के रूप में भी काम कर चुके हैं। वर्तमान में दक्षिण अफ्रीका की टी-20 टीम के बल्लेबाजी कोच की भूमिका अदा कर रहे हैं।

जूलू के नाम से विख्यात क्लूजनर ने दक्षिण अफ्रीका के लिए बतौर खिलाड़ी लंबी पारी खेली है। वो साल 1999 में विश्व कप में मैन ऑफ द सीरीज चुने गए थे। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के लिए 8 साल लंबे करियर में 49 टेस्ट और 171 वनडे मैच खेले।