इंस्टेंट खबर ब्यूरो

लखनऊ: योगी आदित्यनाथ सरकार पर अपने ढाई साल के कार्यकाल पूरा करने पर मनाये जा रहे जश्न को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 'झूठा जश्न' कहते हुए यह आरोप लगाया कि डबल इंजन वाली यह सरकार ‘ढाई साल में ढाई कोस’ भी नहीं चल पायी है।

प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने कहा कि योगी सरकार अपने ढाई साल के कार्यकाल का झूठा जश्न मना रही है। ‘‘जनता को लगा था कि डबल इंजन की सरकार होगी तो विकास की रफ्तार भी बढ़ेगी, लेकिन यह सरकार ढाई साल में भी ढाई कोस भी नहीं चल पायी।’’

उन्होंने कहा ''विकास की जो रफ्तार है वह डबल इंजन की नहीं बल्कि बैलगाड़ी की है। दोनों सरकारों की रफ्तार मिला लें तो ये बैलगाड़ी से ज्यादा तेज नहीं चल रहे हैं।'' पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार निर्माणाधीन परियोजनाओं को अपना बता रही है।

सरकार यह बताए कि इस वक्त ऐसी कौन से विकास परियोजना है जिसकी नींव खुद उसने रखी हो। वे कौन कौन सी परियोजनाएं हैं जिनका निर्माण 2017 में भाजपा की सरकार बनने के बाद शुरू हुआ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश में अपराध कम होने के दावे कर रहे हैं, लेकिन सभी दावे झूठे हैं। सचाई यह है कि उनके अब तक के कार्यकाल में प्रदेश में बेटियों के साथ सबसे ज्यादा घटनाएं हुई हैं। पहले कभी हत्या की इतनी घअनाएं नहीं हुईं।

लूट, बलात्कार और हत्या के मामले में उत्तर प्रदेश सबसे आगे निकल गया है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि मानवाधिकार आयोग ने सबसे ज्यादा नोटिस उत्तर प्रदेश सरकार को दिये हैं। अखिलेश ने कहा कि कर्जमाफी को लेकर अपनी पीठ थपथपा रही सरकार के दावों की सचाई यह है कि किसान अब भी कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर रहे हैं। गायें मर रही हैं। एक जिला, एक उत्पाद योजना का हर जिले में विरोध हो रहा है क्योंकि नोटबंदी और जीएसटी ने सारा कारोबार बरबाद कर दिया है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश की अर्थव्यवस्था को 5,00,000 करोड़ डॉलर की बनाने का ख्वाब दिखा रहे हैं। लेकिन दूसरी ओर अर्थव्यवस्था की बदहाली को राष्ट्रवाद के चोले से ढकने की कोशिश की जा रही है। जिन चीजों पर पूरी अर्थव्यवस्था टिकी है, उनकी हालत बिगड़ गयी है।

सपा अध्यक्ष ने कहा कि बड़े बड़े अर्थशास्त्री कह रहे हैं कि मोदी सरकार अपने आंकड़ों में हेरा फेरी कर रही है। उत्तर प्रदेश सरकार अपनी अर्थव्यवस्था को 1,00,000 करोड़ डॉलर की बनाना चाहती है। लेकिन उसके पास कोई योजना नहीं है।

सरकार बताए कि कार्यकाल के अंतिम ढाई साल यह लक्ष्य हासिल करने के लिये उसके कितने निवेश की जरूरत होगी। अखिलेश ने कहा कि पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के विमान को अपने एयरस्पेस से नहीं गुजरने दिया।

पाकिस्तान के कहने पर जब भारत ने सीमा से अपने विमान हटाये तब पाकिस्तान ने एयरस्पेस खोले। उन्होंने कहा ''प्रधानमंत्री और सरकार ने कहा कि हम भी पठान हैं और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री भी पठान हैं। कहीं ऐसा ना हो कि इन दो पठानों के झगड़े में हमारी आपकी अगली सुबह ही न हो।''