नई दिल्ली: कोलकाता के सिविल सोसाइटी के कुछ प्रभावशाली लोगों ने अब बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को चिट्ठी लिखी है। इसमें हाल ही में अध्यापकों और एक थिएटर एक्टर पर हुए हमले का जिक्र करते हुए हिंसा की ऐसी घटनाओं की निंदा की गई है। चिट्ठी लिखने वाले कई सदस्य उन 49 लोगों में शामिल हैं जिन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को गोरक्षा के नाम पर हो रही मॉब लिंचिंग के खिलाफ चिट्ठी लिखी थी।

बता दें कि पुलिस ने कोलकाता में सोमवार को कुछ पैरा टीचर्स को सुबोध मलिक चौक पर धरने पर बैठने से रोक लिया था। इससे पहले, भूख हड़ताल कर रहे इन अस्थाई टीचरों पर 17 अगस्त को कोलकाता से 70 किमी दूर कल्याणी में पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया था। ये अध्यापक पक्की नौकरी और वेतन में इजाफे की मांग कर रहे हैं। उधर, ममता ने इस मामले पर टिप्पणी देते हुए कहा था कि बच्चे क्या सीखेंगे अगर टीचर ही हड़ताल करने लगेंगे।

सीएम को लिखी चिट्ठी पर हस्ताक्षर करने वालों में फिल्म मेकर और एक्टर अपर्णा सेन, परमव्रत चट्टोपाध्याय, कौशिक सेन और सोहाग सेन आदि शामिल हैं। यह चिट्ठी सिटिजन स्पीक इंडिया के फोरम की तरफ से जारी की गई है। चिट्ठी में कहा गया है कि शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक ढंग से प्रदर्शन करने वाले अध्यापकों से बातचीत करके मामला सुलझाने के बजाए प्रशासन पुलिस की क्रूरता के जरिए प्रदर्शन को कुचलने की कोशिश कर रहा है।

चिट्ठी में एक थिएटर कलाकार पर हमले का भी जिक्र है। 15 अगस्त को दमदम इलाके में कुछ अज्ञात लोगों ने शुभांकर दास शर्मा पर हमला किया था। चिट्ठी में शुभांकर पर हुए हमले को उन सभी कलाकारों पर अटैक करार दिया गया है जो आजाद सोच की पैरवी करते हैं। चिट्ठी पर हस्ताक्षर करने वालों में एक्टर ऋद्धि सेन और सामाजिक कार्यकर्ता बोलन गंगोपाध्याय और रूपशा दासगुप्ता भी शामिल हैं।