लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोनभद्र में जमीन विवाद में दस लोगों की हत्या के लिए कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने प्रदेश में जमीनों पर होने वाले कब्जे के लिए सपा की सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि जिस तरह ग्राम समाज की जमीन पर पहले आवासीय समिति बनाकर कब्जा किया गया और फिर उसे निजी व्यक्ति के नाम हस्तांतरित कर दिया गया, यह साबित करता है कि किस तरह कांग्रेस सरकारों में जमीनों पर कब्जे किए गए।

मुख्यमंत्री ने यह बात सदन से बाहर विधानसभा परिसर के राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन हाल में पत्रकारों से बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि जब पहली बार 1955 में ग्राम समाज की जमीन पर कब्जा किया गया तो प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी। उस वक्त जमीन पर आदर्श कामगार सोसायटी बनाकर कब्जा किया गया, जो गैरकानूनी था। इसके बाद वर्ष 1989 में सोसायटी की जमीन एक व्यक्ति विशेष के नाम कर दी गई। ग्राम समाज की जमीन को ऐसे कब्जा नहीं किया जा सकता।

उन्होंने कहा कि जब मैंने सदन में तथ्य रखने चाहे तो सपा सदस्यों ने सदन को बाधित किया। सपा में सच्चाई सुनने का साहस नहीं है। आजम खां को भूमाफिया घोषित किए जाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि सपा सरकार में गरीबों, दलितों की जमीनोंं पर नाजायज कब्जे किए गए हैं। उनकी जमीनों को हड़पा गया है। रामपुर इसका ज्वलंत उदाहरण है।

उन्होंने कहा कि जहां कहीं भी किसी भी मामले में पुलिस या प्रशासन की लापरवाही आई है, वहां जांच कर कठोर कार्रवाई की गई है। प्रदेश सरकार इस मामले में सख्त जांच करवा रही है। पूर्व में तैनात अधिकारियों की भी जवाबदेही तय की जाएगी कि आखिर ऐसा गैरकानूनी कार्य कैसे हुआ। उन्होंने कहा कि सपा का चेहरा सामने आ गया है कि कैसे उन्होंने जमीनों पर कब्जे किए।