नई दिल्ली: आईसीसी विश्व कप अब अपने अंतिम पड़ाव पर है. बस तीन मुकाबले और चैंपियन सामने होगा. इन तीन मुकाबलों के लिए चार टीमें आमने-सामने हैं. इनमें भारत का मुकाबला न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया का सामना इंग्लैंड से होना है. पहला सेमीफाइनल भारत और न्यूजीलैंड के बीच होगा. इस मैच में विराट कोहली की टीम इंडिया जीत की दावेदार है. इसकी वजह सिर्फ यह नहीं है कि विराट ब्रिगेड बेहतरीन फॉर्म में है या कीवी टीम संघर्ष कर रही है. विश्व कप के 44 साल पुराने रिकॉर्ड भी यही कह रहे हैं कि न्यूजीलैंड का यह टूर्नामेंट में आखिरी मैच हो सकता है.

अगर हम न्यूजीलैंड के नजरिए से विश्व कप के रिकॉर्ड देखें, तो यह बेहद डरावने हैं. इसे ऐसे समझें. यह वनडे फॉर्मेट का 12वां विश्व कप खेला जा रहा है. यह आठवां मौका है जब न्यूजीलैंड की टीम सेमीफाइनल में पहुंची है. पिछले सात बार जब वह सेमीफाइनल में पहुंची तो उनमें से एक ही बार उसे जीत मिली. यह जीत भी उसे 2015 में अपने ही घर पर मिली थी. जबकि, बाकी छह सेमीफाइनल में उसे हार का सामना करना पड़ा. यानी, सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड की जीत-हार का रिकॉर्ड 1:6 है.

भारत की बात करें तो वह सातवीं बार सेमीफाइनल में पहुंचा है. इससे पहले उसने छह सेमीफाइनल खेले हैं, जिनमें उसकी हार-जीत का प्रतिशत 50:50 है. भारत तीन सेमीफाइनल जीता है और इतने में ही उसे हार का सामना करना पड़ा. भारत 1987 में श्रीलंका, 1996 में श्रीलंका और 2015 में ऑस्ट्रेलिया से सेमीफाइनल हारा था. जबकि, वह 1983 में इंग्लैंड, 2003 में केन्या और 2011 में पाकिस्तान को सेमीफाइनल में हरा चुका है.

भारत और न्यूजीलैंड एक मामले में विश्व कप में बिलकुल बराबरी पर खड़े हैं. इन दोनों ने विश्व कप में अब तक एक बराबर 53-53 मैच जीते हैं. यानी, जो टीम मंगलवार को सेमीफाइनल जीतेगी, वह ना सिर्फ फाइनल में प्रवेश करेगी, बल्कि इस रिकॉर्ड में भी खुद को आगे कर लेगी. विश्व कप में सबसे अधिक 69 मैच ऑस्ट्रेलिया ने जीते हैं. उसने विश्व कप में सबसे अधिक 93 मैच खेले हैं. भारत ने 83 और न्यूजीलैंड ने 87 मैच खेले हैं.

अगर भारत और न्यूजीलैंड के विश्व कप में आपसी रिकॉर्ड को देखें तो यहां भी कीवी टीम भारी है. इन दोनों टीमों के बीच कुल सात मैच हुए हैं. भारत ने इनमें से सिर्फ दो मुकाबले जीते हैं. न्यूजीलैंड ने चार मैच जीते हैं. एक मुकाबला बारिश के कारण रद्द हो गया था. न्यूजीलैंड ने इंग्लैंड में खेले गए अलग-अलग विश्व कप में तीन बार हराया है. जाहिर है, भारतीय टीम जब मैदान पर उतरेगी तो वह इस रिकॉर्ड को ध्यान में रखेगी, ताकि मैदान पर कोई कोताही ना रह जाए. विराट ब्रिगेट के पास इस रिकॉर्ड को सुधारने का सही मौका है.