नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर स्वतंत्र पत्रकार प्रशांत कनौजिया को शनिवार सुबह दिल्ली में उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा मंडावली स्थित उनके घर से हिरासत में लिया गया. प्रशांत कनौजिया की पत्नी जगीशा अरोड़ा ने इस बात की पुष्टि की है कि प्रशांत को उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है.

द वायर से बात करते हुए उन्होंने बताया, ‘शनिवार को मंडावली में हमारे घर से पुलिस ने प्रशांत को गिरफ्तार किया है. पुलिसवालों ने मुझे न प्राथमिकी की कॉपी दी, न ही कोई वारंट या आधिकारिक दस्तावेज़. हमारे घर का पता पुलिस ने हमारे एक दोस्त से लिया था.’

जगीशा ने बताया, ‘दो बिना वर्दी के पुलिसवाले हमारे घर आए और प्रशांत को अपने साथ लेकर गए. वे कितने लोग थे, इस बारे में मुझे नहीं पता. पुलिस ने बताया है कि प्रशांत के खिलाफ शुक्रवार को एक एफआईआर दर्ज हुई है. यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट लिखने के कारण हुई है.’

जगीशा पुलिस की इस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहती हैं, ‘पुलिस ने आज जानबूझकर प्रशांत को गिरफ्तार किया है जिससे शनिवार और रविवार को हम ज़मानत न करा पाएं. प्रशांत को मंडावली में हमारे घर से गिरफ्तार किया गया है लेकिन मंडावली पुलिस का कहना है कि उन्हें इस बारे में कोई सूचना नहीं है.’

अमर उजाला की खबर के अनुसार, लखनऊ में हजरतगंज थाने के प्रभारी निरीक्षक राधारमण सिंह के मुताबिक प्रशांत कनौजिया नाम के युवक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी और उसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वायरल कर दिया. इस बारे में कई जगह से लगातार शिकायतें मिलने लगीं. मुख्यमंत्री कार्यालय से जुड़े अधिकारी इस मामले में तत्काल हरकत में आए और युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश जारी हुआ. क्षेत्राधिकारी अभय कुमार मिश्रा के मुताबिक इस संबंध में हजरतगंज थाने में तैनात उपनिरीक्षक विकास कुमार ने तहरीर दी थी.

दैनिक जागरण की खबर के मुताबिक, तहरीर में लिखा है कि मुख्यमंत्री के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी कर उनकी छवि धूमिल करने का प्रयास किया गया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर क्राइम सेल और हजरतगंज पुलिस की संयुक्त टीम को आरोपित को गिरफ्तार करने के लिए रवाना किया गया है.

द वायर को मिली एफआईआर की प्रति के अनुसार, प्रशांत कनौजिया को भारतीय दंड संहिता की धारा 500 और आईटी एक्ट की धारा 66 के तहत गिरफ्तार किया गया है. प्रशांत की पत्नी का कहना है कि पुलिस ने सिर्फ यह सूचना दी है कि प्रशांत को लेकर पुलिस लखनऊ ले जा रही है.

इस बीच गैर-सरकारी संगठन यूनाइटेड अगेंस्ट हेट की बनज्योत्सना लाहिरी और नदीम खान ने बताया कि उनकी प्रशांत कनौजिया से फोन पर बात हुई थी.
उन्होंने बताया, ‘प्रशांत की पत्नी जगीशा ने हमें यह सूचना दी कि उन्हें कुछ पुलिसवालों ने हिरासत में लिया है. मैंने फौरन प्रशांत को कॉल किया, उन्होंने फोन उठाया और कहा कि ‘वे’ उन्हें लखनऊ ले जा रहे हैं. मैंने पूछा- कौन तो उन्होंने कहा- यूपी पुलिस.’

बनज्योत्सना ने बताया, ‘हम प्रशांत से पूछना चाहते थे कि यूपी पुलिस के किस विभाग ने उन्हें उठाया है, लेकिन ऐसा लगा कि किसी ने बातचीत के बीच में ही कॉल काट दिया. करीब 30 सेकंड बात हुई थी.’

इस पूरे मामले को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस प्रशांत कनौजिया की गिरफ्तारी से इनकार कर रही है. हजरतगंज थाने के प्रभारी राधारमण सिंह ने प्रशांत कनौजिया की गिरफ्तारी के बारे में अनभिज्ञता जताई|

इनपुट-द वायर हिंदी से