रायबरेली: जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के पहले सदर विधायक और जिला पंचायत सदस्यों पर हुए हमलों से नाराज कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि रायबरेली को गुंडों का अड्डा नहीं बनने दूंगी। प्रियंका ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि लोकतंत्र का गला घोंटने वालों की राजनीतिक सत्ता को जिले से पूरी तरह समाप्त करके ही रहूंगी। निष्पक्ष कार्रवाई न करने वाले अफसरों को भी कानूनी कार्रवाई के दायरे में लाया जाएगा।उन्‍होंने कहा कि प्रदेश की योगी आदित्‍यनाथ के नेतृत्‍व वाली बीजेपी सरकार गुंडों की सरकार है। उन्‍होंने कहा कि जिस तरह से जिला पंचायत सदस्‍यों को खींच-खींचकर मारा गया, ऐसी अराजकता पहले कभी नहीं हुई।

सारे कार्यक्रम छोड़कर विशेष रूप से रायबरेली पहुंची प्रियंका गांधी कांग्रेस कार्यालय तिलक भवन में हिंसा का शिकार हुए जिला पंचायत सदस्य और पार्टी कार्यकर्ताओं से मुखातिब हुई। प्रियंका गांधी ने कहा कि यह जिला पंचायत सदस्यों पर नहीं रायबरेली कि जनता पर हमला है लोकतंत्र पर हमला है आप लोग चिंता नहीं करिए अब यह झगड़ा बाहर आ चुका है इस झगड़े को हम हर स्तर पर लड़ेंगे।

उन्होंने कहा कि निष्पक्ष कार्रवाई न करने वाले चाहे डीएम एसपी हो या सीओ इन सबको कानूनी दायरे में लाया जाएगा। उन्होंने सदस्यों से अफसरों के खिलाफ भी केस दर्ज कराने को कहा, अपने निजी सहायक धीरज श्रीवास्तव को हरसंभव कानूनी सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए।

कार्यकर्ताओं के बीच आधा घंटा रुकने वाली कांग्रेसी नेता प्रियंका गांधी ने कहा कि हमलों में किसी को कुछ भी हो सकता था सदर विधायक की गाड़ी की फोटो हमने खुद देखी ऐसा लगा कि जैसे इसमें कोई बचा ही नहीं होगा।

उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि एमएलसी से अब पूरी तरह से संपर्क बंद कर दें बाकी सब हम पर छोड़िए, विरोधियों की राजनीतिक सत्ता को जिले से हम समाप्त कर देंगे। प्रियंका गांधी ने एमएलसी और उनके गुरुओं के हमले में घायल हुए जिला पंचायत सदस्य राकेश अवस्थी का फोन पर हाल-चाल लिया। उन्होंने आश्वस्त किया कि इस लड़ाई को निर्णायक स्थिति तक पहुंचाया जाएगा चिंता की कोई बात नहीं है।

दरअसल, अदिति सिंह रायबरेली जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश सिंह के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर हो रही वोटिंग में अपने समर्थकों के साथ गई थीं। अवधेश सिंह, सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे बीजेपी प्रत्याशी दिनेश सिंह के भाई हैं और उनके ऊपर ही अदिति सिंह पर हमला करवाने का आरोप लगाया जा रहा है। आरोप है कि पीछा कर रही गाड़ी से कुछ लोगों ने अदिति सिंह पर हमला किया।

इस घटना में अदिति सिंह घायल हो गईं। उन्हें लखनऊ के एक अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। कई अन्य जिला पंचायत सदस्यों पर भी हमला किया गया। इस दौरान कथित रूप से गाड़ियों के काफिले पर पथराव और फायरिंग के बाद कई गाड़ियां हाइवे पर पलट गईं। अदिति ने कहा, 'मेरी घेराबंदी कर मुझ पर हमला करवाया गया। शासन-प्रशासन अभी भी चुप है और कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।’ उन्होंने कहा, 'हमलावरों के पास हथियार थे। मेरी गाड़ी की घेराबंदी कर पत्थर फेंके गए और मुझे जान से मारने की कोशिश की गई।'