प्रयागराज: संघ के सर कार्यवाह भैयाजी जोशी ने प्रयागराज के कुंभ मेले में विश्व हिंदू परिषद के एक कार्यक्रम में कहा कि अयोध्या में राम मंदिर 2025 यानी अगले लोकसभा चुनाव के एक साल बाद बन जाएगा.

जोशी ने कहा, "1952 में सोमनाथ मंदिर की स्थापना के साथ देश तेज गति से आगे बढ़ा. 2025 में राम जन्मभूमि के ऊपर मंदिर बनने के बाद फिर देश को एक गति प्राप्त होने वाली है. अयोध्या में मंदिर निर्माण के बाद देश अगले 150 सालों के लिए पूंजी प्राप्त करेगा."

हालांकि इस बयान के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने 2025 में राम मंदिर निर्माण की बात का खंडन भी किया. उन्होंने कहा, "मंदिर बने ये हमारी इच्छा है. 2025 तक निर्माण कार्य पूरा होना चाहिए ये हमारी इच्छा है. यह सरकार को तय करना है. 2025 में शुरू करने की बात नहीं की है. अगर राम मंदिर का निर्माण आज शुरू होगा तो पांच वर्षों में बनेगा."

उधर भैयाजी जोशी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने सवाल खड़े किए. इकबाल अंसारी ने कहा, मसला सुप्रीम कोर्ट में है. नेता कहां से तारीख बताएंगे. जैसे ही चुनाव आता है, जात और धर्म की राजनीति शुरू हो जाती है. राजनीति करना है तो विकास की राजनीति करो. जनता को विकास चाहिए. सरकार को बदनाम करने के लिए इस तरह का बयान लोग दे रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विकास का काम कर रहे हैं. सरकार को बदनाम करने की साजिश है."

साथ ही भैयाजी जोशी ने यह संकेत भी दे दिया कि अब अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण केंद्र सरकार के अध्यादेश के बिना संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि पहले भी स्वामी विवेकानंद का स्मारक बनाने के विरोध में कुछ शक्तियों ने आवाज उठाई थी. उस समय सवा तीन सौ सांसदों ने लिखित पत्र के जरिये इस स्मारक को बनाने के लिए सदन में अपनी सहमति दी थी. उसी तरह की परिस्थितियां आज फिर सामने हैं.