मुंबई: विवादों में रही पद्मावती फिल्म की रिलीज का रास्ता साफ हो गया है. सेंसर बोर्ड की एक कमिटी ने फिल्म को देखने के बाद फैसला किया है कि निर्माताओं को कुछ बदलाव करने होंगे, जिनसे बाद ही फिल्म को यू/ए सर्टिफिकेट दिया जा सकेगा. इन बदलावों में फिल्म का नाम भी शामिल है, यानी फिल्म का नाम 'पद्मावती' से बदलकर 'पद्मावत' किया जा सकता है.

सीबीएफसी चीफ प्रसून जोशी ने बताया, "सीबीएफसी ने फिल्म में कोई कट लगाने का निर्देश नहीं दिया है. सिर्फ पांच बदलाव किए जाएंगे."

खबरें थीं कि सेंसर बोर्ड ने फिल्म में 26 कट करने के लिए कहा है, इन खबरों को खारिज करते हुए सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी ने कहा कि फिल्म में कट लगाने का सुझाव नहीं दिया गया है. बल्कि पांच बदलाव सुझाए गए हैं.

पांच बदलाव

  • फिल्म में ये डिस्क्लेमर देना होगा कि फिल्म किसी भी तरह से ऐतिहासिक तथ्यों के सही होने का दावा नहीं करती.
  • भंसाली ने कहा है कि फिल्म जायसी की कविता 'पद्मावत' पर आधारित है, इसलिए फिल्म का नाम 'पद्मावती' से बदलकर 'पद्मावत' करना होगा.
  • फिल्म के घूमर गाने की प्रस्तुति में रानी पद्मावती के चरित्र के मुताबिक जरूरी बदलाव करने होंगे.
  • ऐतिहासिक जगहों के गलत या भ्रामक संदर्भ में सुधार करने की जरूरत है.
  • फिल्म के डिस्क्लेमर में यह स्पष्ट किया जाए कि यह फिल्म जौहर या सती प्रथा का महिमा मंडन नहीं करती है.
    फिल्म देखने वाले पैनल में राजा अरविंद सिंह, उदयपुर, जयपुर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर के.के. सिंह और डॉ. चंद्रमणि सिंह भी शामिल थे.

कहा ये भी जा रहा है कि फिल्म को यूए सर्टिफिकेट के साथ रिलीज किया जाएगा. अब इंतजार इस बात का है फिल्म जनवरी में ही रिलीज कर दी जाएगी या इसके लिए लंबा इंतजार करना होगा.