कानपूर: कानपुर पुलिस ने बिकरू पुलिस मुठभेड़ के आरोपी और गैंगस्टर विकास दुबे के सहयोगी शशिकांत को सोमवार देर रात गिरफ्तार कर लिया. शशिकांत के सिर पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था.

हथियार बरामद
शशिकांत से पूछताछ के आधार पर पुलिस मुठभेड़ में लूटी गयी पुलिस की AK 47 रायफल और उसके 17 कारतूस तथा इंसास रायफल (INSAS rifle) और उसके 20 कारतूस बरामद किए गए हैं.

देर रात हुई गिरफ़्तारी
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार (prashant khumar) ने मंगलवार को कानपुर में एक संवाददाता सम्मेलन (press conference) में बताया कि पुलिस मुठभेड़ में 50 हजार के इनामी अभियुक्त शशिकांत उर्फ सोनू (sonu) को सोमवार देर रात्रि दो बज कर पचास मिनट पर चौबेपुर से गिरफ्तार किया गया.

मुठभेड़ में लुटे गए थे हथियार
उन्होंने बताया कि शशिकांत ने पूछताछ में जानकारी दी कि लूटा गया असलहा उसके और विकास दुबे के मकान में छिपा है. इसी के आधार पर विकास दुबे (vikas dube) के घर से एके 47 रायफल और 17 कारतूस और शशिकांत के घर से इंसास रायफल और 20 कारतूस बरामद हुये हैं. ये हथियार मुठभेड़ के दौरान पुलिस से लूटे गये थे.

अबतक 6 का एनकाउंटर
उन्होंने बताया कि बिकरू पुलिस मुठभेड़ में 21 नामजद अभियुक्तों में से चार अभियुक्त गिरफ्तार किये गये हैं, छह अभियुक्त अलग-अलग पुलिस मुठभेड़ों में मारे गये हैं. अभी 11 नामजद अभियुक्त की तलाश की जा रही है.

शशिकांत का कुबूलनामा
ADG प्रशांत कुमार ने बताया कि शशिकांत ने पुलिस को पूछताछ में बताया है कि उसने ये कुबूल किया है कि वारदात वाले दिन वह विकास के साथ उसके छत पर ही थी। शशिकांत ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि पुलिस टीम पर हुए हमले के मामले में प्रेम कुमार, श्यामू बाजपेई, राजेंद्र मिश्र, दयाशंकर अग्रनिहोत्री प्रभात मिश्रा, शिवम, जिलेदार, रामसिंह, रमेश चंद, अखिलेश मिश्रा, विपुल और कुछ लोग और शामिल थे।

10 जुलाई को मारा गया था विकास
9 जुलाई 2020 को मध्य प्रदेश पुलिस (MP POLICE) ने विकास दुबे को उज्जैन के महाकाल मंदिर के बाहर से गिरफ्तार कर उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंपा। विकास दुबे के साथी प्रभात और प्रवीण अलग-अलग मुठभेड़ों में मारे गए थे। 10 जुलाई को उज्जैन से कानपुर लाते वक्त विकास दुबे सचेंडी थाना क्षेत्र में एसटीएफ (STF) के साथ मुठभेड़ में मारा गया था।