नई दिल्ली: क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वॉइन में इस साल करीब 93 फीसदी की तेजी आ चुकी है और इसका भाव 56757 डॉलर पर पहुंच गया है. इसके साथ ही बिटक्वॉइन का मार्केट कैप 1 लाख करोड़ डॉलर के पार 1.06 ट्रिलियन डॉलर चला गया है. इस मामले में बिटक्वॉइन ने फेसबुक, टेस्ला और अलीबाबा जैसे मशहूर कंपनियों को पीछे छोड़ दिया है. वहीं बिटक्वॉइन का मार्केट कैप अब गूगल, अमेजॉन और एप्पल की ओर बढ़ रहा है. एक्सपर्ट का मानना है कि क्रिप्टोकंरसी की स्वीकार्यता बहुत तेजी से बढ़ रही है. बहुत से देशों में इसके जरिए लेन देन की दूट है. ऐसे में यह तेजी तो अभी शुरूआत लग रही है.

ZebPay के CEO राहुल पगिदिपति का कहना है कि बिटक्वॉइन 1 लाख करोड़ डॉलर मार्केट कैप वाली पहली क्रिप्टोकरंसी है. बिटक्वॉइन का मार्केट कैप फैसबुक, टेस्ला और अलीबाबा जैसी टॉप कंपनियों से भी ज्यादा हो गया है. बिटक्वॉइन अब एक रिलायबल प्लेटफॉर्म बनता जा रहा है, जहां वैल्यू स्टोरिंग और ट्रांसमिटिंग होती है. दुनियाभर में तकनीकी में बदलाव का यह एक बेहतर उदाहरण बन रहा है. हर आदमी को इन्फॉर्मेशन और कनेक्यान की जरूरत है, सभी को वैल्यू तैयार करनी है. ऐसे में बिटक्वॉइन बेहतर विकल्प बनकर उभरा है. ऐसा लग रहा है कि 1 लाख करोड़ डॉलर तो अभी शुरूआत बस है.

बिटक्वॉइन रिटर्न देने के मामले में टॉप विकल्पों में शामिल है. पिछले 5 साल की बात करें तो इसने निवेशकों को 130 गुना के करीब रिटर्न दिया है. 22 फरवरी 2016 को बिटक्वॉइन की वैल्यू 130 डॉलर थी, जो 21 फरवरी 2021 को बढ़कर 56,757 डॉलर हो गई है. इस साल की बात करें तो हाई वैल्युएशन के बाद भी इसमें 93 फीसदी की तेजी आ चुकी है. बता दें कि जब 2009 में बिटक्वॉइन शुरू हुआ था तो उसकी कीमत 1 रुपये से भी कम थी. बिटक्वॉइन 2009 में पहली बार आई थी, जब इसकी वैल्यू महज 36 पैसे थी. बिटक्वॉइन की पॉपुलैरिटी का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि इसका भाव 12 साल में 36 पैसे से बढ़कर 40 लाख से भी ज्यादा हो गया.