नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ में मुठभेड़ के बाद एक जवान के अपहरण का दावा करने बाद नक्सलियों ने अब उस जवान की तस्वीर भी जारी की है। कल ही प्रेस नोट जारी कर नक्सली नेता विकल्प ने स्वीकार किया था कि एक जवान बंदी के रूप में उनके कब्जे में है। नक्सलियों ने जवान की तस्वीर मीडिया में जारी की है। तस्वीर एक जंगली इलाके की है, जहां अस्थायी झोपड़ी में जवान वर्दी में बैठा हुआ दिखाई दे रहा है।

परिवार को है इंतज़ार
वहीं दूसरी ओर अपहृत सीआरपीएफ के कमांडो राकेश्वर सिंह मन्हास का परिवार लगातार सरकार से उन्हें नक्सलियों के कब्जे से छुड़ाने की मांग कर रहा है। नकी पत्नी और पांच साल की बेटी बेसब्री से राकेश्वर सिंह के घर लौटने की राह देख रही हैं। उनकी मांग है कि सरकार जल्द से जल्द उन्हें नकसलियों के चंगुल से छुड़ाए।

कल लिखी थी चिट्ठी
इससे पहले नक्सलियों ने मंगलवार को दो पेज की चिट्ठी लिखकर कहा था कि सरकार पहले मध्यस्थों के नाम का एलान करें। इसके बाद वो सीआरपीएफ के कमांडो राकेश्वर सिंह को छोड़ देंगे। चिट्ठी में कहा गया है कि वे बातचीत के विरोध में नहीं हैं, पर इसके लिए माहौल बनाना सरकार का काम है। जवान की रिहाई तब तक नहीं होगी, जब तक सरकार मध्यस्थ नहीं नियुक्त कर देती। तब तक वह हमारे पास सुरक्षित रहेगा।